पहले इस प्रतिमा में आंखों पर बंधी पट्टी कानून के सामने समानता दिखाती थी। इसका अर्थ था कि अदालतें बिना किसी भेदभाव के फैसला सुनाती हैं। वहीं, तलवार अधिकार और अन्याय को दंडित करने की शक्ति का प्रतीक थी। अब न्याय की देवी के एक हाथ में तराजू और दूसरे हाथ में संविधान की पुस्तक है।