आईएनएसएसीओजी के आंकड़ों के मुताबिक कोरोनावायरस का यह नया स्वरूप जिन नमूनों में मिला है, उनमें से 30 कर्नाटक, 29 महाराष्ट्र, 7 पुडुचेरी, 5 दिल्ली, 2 तेलंगाना, 1-1 नमूने गुजरात-हिमाचल प्रदेश और महाराष्ट्र के हैं। वायरस का एक्सबीबी1.16 स्वरूप सबसे पहले जनवरी में सामने आया था, जब दो नमूनों की जांच में इसके मिलने की पुष्टि हुई थी, जबकि फरवरी में इससे संक्रमित 59 नमूने पाए गए थे।
राष्ट्रीय कोविड टास्क फोर्स का नेतृत्व कर चुके अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोविड मामलों में वृद्धि की वजह एक्सबीबी1.16 प्रकार प्रतीत होता है, जबकि इन्फ्लुएंजा के मामले एच3एन2 के कारण हैं।
इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनल मेडिसिन, श्वसन और नींद चिकित्सा विभाग के प्रमुख और मेदांता में चिकित्सा शिक्षा के निदेशक गुलेरिया ने कहा कि इन दोनों ही मामलों में कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार संक्रमण को फैसले से रोकने में मदद कर सकता है। ज्यादातर मामले गंभीर प्रकृति के नहीं हैं, इसलिए अभी घबराने या डरने की बात नहीं है।
इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के पूर्व संयोजक और बिजनौर स्थित मंगला अस्पताल और अनुसंधान केंद्र के बाल रोग विशेषज्ञ विपिन एम. वशिष्ठ ने कहा कि नए एक्सबीबी1.16 स्वरूप कम से कम 12 देशों में मिला है और इसके सबसे अधिक मामले भारत में मिले हैं। अमेरिका, ब्रूनेई, सिंगापुर और ब्रिटेन में भी इसके मामले मिले हैं।
वशिष्ठ ने ट्वीट किया कि भारत में पिछले 14 दिनों के दौरान कोविड-19 नए मामलों में 281 फीसदी और इस बीमारी से मरने वालों की संख्या में 17 फीसदी इजाफा हुआ है। भारत में 126 दिनों बाद शनिवार को एक दिन में मिलने वाले कोविड-19 संक्रमण के नए मामलों की संख्या 800 के आंकड़े को पार कर गई। देश में इलाजरत कोविड-19 संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 5389 हो गई है। (भाषा)