अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने पाक को आतंकियों की शरणस्थली बनने पर दी कड़ी चेतावनी

Webdunia
शुक्रवार, 29 जून 2018 (07:26 IST)
नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली तीन दिन की भारत यात्रा पर हैं। हेली ने कहा कि पाकिस्तान का आतंकवादी समूहों की शरणस्थली बनना बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और अमेरिका ने पहले ही इस्लामाबाद को यह संदेश दे दिया है।
 
 
बुधवार को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की थी। गुरवार को उन्होंने जहां दिल्ली में चर्च, गुरुद्वारा, मस्जिद और मंदिर का दौरा किया और इन स्थानों पर शीश नवाया वहीं इसके अलावा ऑबजर्वर रिसर्च फाउंडेशन के एक कार्यक्रम में हेली ने भारत और अमेरिका के बीच संबंधों और आंतकवाद के खिलाफ भी खुलकर बात की। यहां वे रणनीतिक रिश्तों और वैश्विक विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने के लिए आई हुई हैं।
 
 
निक्की हेली ने यहां एक थिंक टैंक में अपने व्याख्यान में कहा कि पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों के लिए स्वर्ग बन गया है और इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता, अमेरिका ने इस संदेश को इस्लामाबाद तक पहले ही पहुंचा दिया है। जो लोग आतंकवादियों को आश्रय देते हैं हम ऐसे देशों की तरफ से आंखे नहीं मूंद सकते हैं और पाकिस्तान से कहा जा रहा है कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
 
 
भारत और अमेरिका को आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में वैश्विक नेता होना चाहिए, हम ज्यादा कुछ कर सकते हैं और करना भी चाहिए। हम उन लोगों से अपनी निगाहें नहीं फेर सकते जो आतंकवादियों को आश्रय दे रहे हैं, पाकिस्तान से स्पष्ट कहा जाए कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। धर्म की स्वतंत्रता बहुत महत्वपूर्ण है, हमारे जैसे देश को केवल सहिष्णुता ही एकजुट रख सकती है।
 
निक्की हेली ने चीन के बारे में कहा कि चीन महत्वपूर्ण है, इस क्षेत्र में उसका विस्तार हमारे लिए और कई अन्य के लिए चिंता का विषय है क्योंकि उसका लोकतांत्रिक मूल्यों से कोई सरोकार नहीं है। शांग्री-ला वार्ता में प्रधानमंत्री मोदी ने भारत- प्रशांत क्षेत्र के बारे में एक नजरिया पेश किया। राष्ट्रपति ट्रंप उसमें विश्वास करते हैं।
 
 
हेली ने कहा कि अमेरिका परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की सदस्यता का समर्थन करता है, क्योंकि यह ऐसा परमाणु हथियार संपन्न देश है जिसका काफी सम्मान है। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में नौवहन की स्वतंत्रता और स्थिरता सुनिश्चित करने के बारे में सिंगापुर में शांगरी- ला डायलॉग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बयान का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इस दृष्टि में विश्वास करते हैं।
 
 
इसके अलावा कल यानी बुधवार को दिल्ली में निक्की गेली ने नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी से मुलाकात की थी और बाल तस्करी को समाप्त करने के तरीकों पर चर्चा की थी। सत्यार्थी ने मुक्ति आश्रम में हेली से मुलाकात की और बाल तस्करी की गंभीर स्थिति को हल करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के अनिवार्य अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया तंत्र की जरूरत पर जोर दिया। मुक्ति आश्रम सत्यार्थी द्वारा स्थापित किया गया पुनर्वास केंद्र है। (एजेंसी)
 

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