अनुपम खेर ने ट्वीट किया, 'माफ कीजिएगा, आपसे ज्यादा किसी ने भी (पूर्व) प्रधानमंत्री की बेइज्जती नहीं की है। संवाददाता सम्मेलन में अध्यादेश फाड़ना याद है।' राहुल ने 28 सितंबर 2013 को मनमोहन सिंह कैबिनेट द्वारा पारित एक अध्यादेश फाड़ दिया था।
राहुल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट किया गया था, 'जब एक प्रधानमंत्री अपने पूर्वाधिकारी की खिल्ली उड़ाने के निचले स्तर तक खुद को ले जाते हैं, तब वह संसद और राष्ट्र की गरिमा को चोट पहुंचाते हैं।' गांधी की टिप्पणी खेर को नागवार गुजरी और इसके बाद उन्होंने यह ट्वीट किया।