रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि अचानक आंधी चली। मजदूर बगल की रेल लाइन पर काम कर रहे थे जहां एक मालगाड़ी खड़ी थी। उन्होंने इसके नीचे शरण ली, लेकिन दुर्भाग्य से मालगाड़ी जिसमें इंजन नहीं लगा था वह चलने लगी जिससे दुर्घटना हुई।
पूर्व तटीय रेलवे ने एक बयान में कहा कि रेलवे के काम के लिए एक ठेकेदार द्वारा रखे गए ठेका मजदूरों ने जाजपुर क्योंझर रोड (स्टेशन) के पास आंधी और बारिश से सुरक्षा पाने के लिए खड़े डिब्बे के नीचे शरण ली। इसमें कहा गया कि तूफान के कारण बिना इंजन के खड़े डिब्बे चलने लगे और यह दुर्घटना हुई। यह घटना ओडिशा के बालासोर जिले में भीषण रेल हादसे के 5 दिन बाद हुई, जिसमें 288 लोगों की मौत हो गई थी। भाषा Edited By : Sudhir Sharma