विदेश मंत्रालय के अनुसार, दक्षिण सूडान में करीब 600 भारतीय हैं, जिसमें से 450 जूबा में और करीब 150 राजधानी के बाहर हैं। भारतीय यात्रा दस्तावेज वाले भारतीय नागरिकों को ही विमान में सवार होने दिया जाएगा और वे अपने साथ अधिकतम पांच किलोग्राम ‘केबिन लगेज’ ला सकते हैं। इसमें कहा गया कि महिलाओं और बच्चों को प्राथमिकता से जगह दी जाएगी।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा, 'हम दक्षिण सूडान से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन संकटमोचन शुरू कर रहे हैं। मेरे सहयोगी जनरल वीके सिंह इस अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं। उनके साथ सचिव अमर सिन्हा, संयुक्त सचिव सतबीर सिंह और निदेशक अंजनि कुमार होंगे।