निचले सदन में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक और अन्य कुछ विपक्षी दलों के सदस्य मणिपुर के हालात पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सदन में बयान देने और फिर इस विषय पर चर्चा कराने की अपनी मांग पर अड़े रहे और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की, सदन की कार्यवाही चलने देने संबंधी अपील का आज भी उन पर कोई असर नहीं हुआ।
कार्यवाही शुरू होते ही लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने प्रश्नकाल शुरू कराया और सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भारतीय जनता पार्टी के सदस्य निशिकांत दुबे के पूरक प्रश्नों के उत्तर दिए। इस दौरान विपक्ष के सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी कर रहे थे और तख्तियां लहरा रहे थे।
उन्होंने विपक्षी सदस्यों से कहा कि इस सदन की श्रेष्ठ और उच्च परंपराएं तथा मर्यादाएं रही हैं। लेकिन आप जिस तरह का व्यवहार और आचरण कर रहे हैं, वह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है और आपको शोभा नहीं देता। मैं आपसे फिर से अनुरोध करता हूं कि सदन की मर्यादा और गरिमा को बनाकर रखें। हमें लोगों की भावनाओं और अभिव्यक्ति को सदन में रखना है।
बिरला ने कहा कि सदस्य सदन में चर्चा और संवाद करें, वह सभी को पर्याप्त समय और मौका देंगे। उन्होंने कहा, 'आप इसी तरह का व्यवहार करेंगे तो सदन इस तरह नहीं चल पाएगा।'