बताया जा रहा है कि इस युद्धाभ्यास में पायलट पहाड़ी और जमीनी दोनों ही लक्ष्यों पर हमला करने के मिशन को अंजाम दे रहे हैं। युद्ध अभ्यास के लिए पूर्वी क्षेत्र से भी कई लड़ाकू और परिवहन विमान पहुंचाए गए। इस युद्धाभ्यास के तहत भारतीय वायुसेना के पायलट लंबी दूरी की उड़ानें भर रहे हैं। पायलटों को वास्तविक युद्ध जैसा अनुभव देने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए। इस अभ्यास की शीर्ष स्तर पर भी निगरानी के जा रही है। इस युद्धाभ्यास में वायुसेना के शीर्ष पायलट भाग ले रहे हैं, इन्हें अनुभवी प्रशिक्षकों की निगरानी में अभ्यास कराया जा रहा है।
इधर भारतीय नौसेना के आईएनएस सूरत ने अरब सागर में मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल दागी। इसने समुद्र की सतह के पास टारगेट को निशाना बनाया। भारतीय नौसेना ने एक्स पोस्ट में इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि ये हमारी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में एक और मील का पत्थर साबित हुआ। आत्मनिर्भर भारत के लिए गर्व का क्षण है।