ऑपरेशन सिंदूर पर राजनीति भी तेज हो गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी यह पूछ रहे हैं कि भारत के कितने विमान गिरे हैं, वहीं बीजेपी ने भी पलटवार किया है। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस नेता पर हमला करते हुए कहा कि राहुल गांधी वही सवाल उठा रहे हैं जो पाकिस्तान की मीडिया और उनके रणनीतिक हलकों में पूछा जा रहा है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) की आधिकारिक ब्रीफिंग में पहले ही बताया जा चुका है कि भारत की ओर से कितने संसाधन प्रयोग किए गए और कोई बड़ी क्षति नहीं हुई।
It is not surprising that Rahul Gandhi is speaking the language of Pakistan and its benefactors. He hasnt congratulated the Prime Minister on the flawless #OperationSindoor, which unmistakably showcases Indias dominance. Instead, he repeatedly asks how many jets we lost—a… pic.twitter.com/BT47CNpddj
बता दें कि अमित मालवीय ने राहुल गांधी का एक फोटो शेयर किया है, जिसमें आधा चेहरा खुद राहुल गांधी का और आधा चेहरा पाकिस्तानी सेना के जनरल आसीम मुनीर का लगाया है। यानी अमित मालवीय ने राहुल गांधी को आधा आसीम मुनीर बताया है।
ये क्यों नहीं पूछते कि पाकिस्तान को कितना मारा : अमित मालवीय ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर सवाल किया कि राहुल गांधी ने एक बार भी यह जानने की कोशिश नहीं की कि ऑपरेशन के दौरान कितने पाकिस्तानी जेट मार गिराए गए या पाकिस्तान के किन एयरबेसों को भारत की बमबारी ने नुकसान पहुंचाया।
क्या है अमित मालवीय का पूरा बयान : अमित मालवीय ने लिखा है कि यह आश्चर्य की बात नहीं है कि राहुल गांधी पाकिस्तान और उसके हितैषियों की भाषा बोल रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री को ऑपरेशन सिंदूर के लिए बधाई नहीं दी। इसके बजाय, वे बार-बार पूछते हैं कि हमने कितने जेट खो दिए। यह एक ऐसा सवाल है जो पहले ही DGMO ब्रीफिंग में बताया जा चुकै है। मजे की बात यह है कि उन्होंने एक बार भी यह नहीं पूछा कि संघर्ष के दौरान कितने पाकिस्तानी जेट मार गिराए गए, या भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तानी एयरबेस पर बमबारी के दौरान कितने विमान अपने हैंगर में खड़े रहते हुए नष्ट हो गए। राहुल गांधी के लिए आगे क्या है? निशान-ए-पाकिस्तान?
कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से सवाल पूछा था और कहा था कि पाकिस्तान को हमले की सूचना पहले दिए जाना कोई चूक नहीं, बल्कि एक अपराध था, और देश को सच्चाई जानने का हक है।
Edited By: Navin Rangiyal