तलाशी अभियान के दौरान जब आतंकियों के छिपे होने की पुष्टि हो गई तो सबसे पहले स्थानीय निवासियों से इलाके को खाली करने के लिए कहा गया। इसके बाद गांव के बड़े-बुजुर्गों के माध्यम से जनता के बीच छिपे आतंकियों तक आत्मसमर्पण करने का प्रस्ताव भिजवाया गया। हालांकि आतंकियों ने इस प्रस्ताव को नकार दिया और सुरक्षाबलों पर ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे। सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दो आतंकियों को मार गिराया। मारे गए आतंकी हिज्बुल मुजाहिदीन के थे।
इस बीच भारतीय जवानों ने जिला कुपवाड़ा में एलओसी पर किशन गंगा नदी के तट कुछ संदिग्ध हलचल देखी और सर्च ऑपरेशन चलाने पर उन्होंने पाक सेना द्वारा आतंकवादियों को भेजे गए हथियारों की बड़ी खेप बरामद की है। ये हथियार सीमा पार पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों के लिए टायर ट्यूब की मदद से नदी पार भारतीय सीमा में पहुंचाए थे। सेना ने हथियारों को अपने कब्जे में ले लिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय सीमा की सुरक्षा में तैनात जवानों ने किशन गंगा के तट के उस पर दो से तीन आतंकवादियों की संदिग्ध गतिविधि को भी देखा गया। उन्हें लगा कि ये आतंकवादी रस्सी की मदद से कोई सामान नदी के इस पार भारतीय सीमा में पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। शक के आधार पर सेना और पुलिस की संयुक्त टीम ने तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू किया और तट के पास हथियारों की बड़ी खेप बरामद की।
पुलिस ने बताया कि हथियारों की तस्करी के इस प्रयास को शनिवार सुबह केरन सेक्टर में एलओसी पर नाकाम किया गया। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है। अब ये जांच की जा रही है कि पाकिस्तान से आतंकवादियों द्वारा भेजे गए हथियार किसको पहुंचाए जाने थे। बरामद किए गए हथियारों में चार एके 47 राइफल, 8 मैगजीन, 200 एके राइफल के राउंड समेत अन्य गोला बारूद शामिल है।