पुणे। पंपोर में शहीद हुए सौरभ फराटे के अंतिम संस्कार में सोमवार को यहां हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। शनिवार को पंपोर हमले में शहीद होने वाले गनर सौरभ फराटे के पार्थिव शरीर का सोमवार को यहां उनके पैतृक स्थान फुरसुंगी में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। पुणे से संसद सदस्य अनिल शिरोले समेत अनेक स्थानीय नेताओं ने यहां शहीद को अंतिम श्रद्धांजलि दी।
सौरभ की अंतिम यात्रा 'सौरभ फराटे अमर रहे' और 'जब तक सूरज-चांद रहेगा, सौरभ तेरा नाम रहेगा' के नारों की गूंज के बीच उनके निवास से शुरू की गई। 33 वर्षीय सौरभ पिछले 13 साल से भारतीय सेना में गनर के रूप में तैनात थे। उनके बाद उनके परिवार में सौरभ के माता-पिता, पत्नी, 2 जुड़वां बेटियां और 1 भाई बचे हैं। उनका भाई भी भारतीय सेना में कार्यरत है।