उन्होंने कहा कि तीन अगस्त को लोकसभा ने सौ फीसदी कामकाज निपटाया। उन्होंने कहा कि यह संसदीय इतिहास का अनोखा दिन था जब कार्यसूची का सारा कामकाज निपटाया गया। हालांकि उन्होंने खड़गे की मांग पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के इस निर्देश से सहमति जतायी कि सरकार भविष्य में इस प्रकार शून्यकाल को स्थगित कर कोई प्रस्ताव या विधेयक चर्चा के लिए लाने से बचेगी।