मध्यप्रदेश में बढ़ेगी पासपोर्ट सेवा केंद्रों की तादाद

इंदौर। मध्यप्रदेश में पासपोर्ट बनवाने के लिए अब सभी लोगों को राजधानी भोपाल के क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। विदेश मंत्रालय इस सिलसिले में सुविधाओं का विस्तार करते हुए सूबे की आर्थिक राजधानी इंदौर में 22 फरवरी को नया पासपोर्ट सेवा केंद्र शुरू करेगा, जबकि विदिशा और ग्वालियर में डाकघरों के परिसर में ऐसी छोटी इकाइयां खोलने पर विचार किया जा रहा है।
 
विदेश मंत्रालय में पासपोर्ट विभाग के निदेशक अनिल कुमार सोबती ने मंगलवार को बताया, इंदौर में 22 फरवरी को पासपोर्ट सेवा लघु केंद्र की औपचारिक शुरुआत की जाएगी। इस केंद्र के जरिए  इंदौर और उज्जैन संभाग के 15 जिलों के लोग पासपोर्ट बनवा सकेंगे। 
 
उन्होंने बताया कि इंदौर में अगले महीने शुरू होने वाला यह केंद्र भोपाल के क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के बाद सूबे की ऐसी दूसरी इकाई होगी, जहां पासपोर्ट बनवाया जा सकेगा। सोबती ने बताया कि इंदौर के इस केंद्र में शुरुआती तौर पर हर दिन कम से कम 250 लोगों के पासपोर्ट बनवाने आने की उम्मीद है।
 
उन्होंने यह भी बताया कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के संसदीय क्षेत्र विदिशा के साथ ग्वालियर में डाकघरों के परिसर में छोटे पासपोर्ट सेवा केंद्र खोलने के प्रस्तावों पर विचार किया जा रहा है। हालांकि विदेश मंत्रालय ने इन प्रस्तावों पर फिलहाल अंतिम फैसला नहीं किया है।
 
इस बीच, इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) के अध्यक्ष शंकर लालवानी ने बताया कि आईडीए ने अपनी स्कीम नम्बर 140 में नवनिर्मित बहुमंजिला इमारत ‘आनंद वन’ में पासपोर्ट सेवा लघु केंद्र का लगभग 11,000 वर्गफीट में फैला दफ्तर विकसित किया है।
 
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के भाड़ा नियंत्रक अधिकारी की तय दर के मुताबिक इस दफ्तर के लिए  आईडीए पासपोर्ट विभाग से हर महीने करीब 2,37,000 रुपए का किराया वसूलेगा। 

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