उन्होंने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी, पूरी दुनिया के सामने इस सदी की सबसे बड़ी चुनौती बनकर आई है। लेकिन इतिहास इस बात का गवाह है, जब जब मानवता पर कोई बड़ा संकट आया है, विज्ञान ने और बेहतर भविष्य के रास्ते तैयार करके दिए हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि किसी आइडिया को थ्योरी के रूप में लाना, उसका लैब में प्रयोग करना और समाज को उसे फिर सौंप देना, ये काम पिछले 1.5 साल में हमारे वैज्ञानिकों ने जिस स्पीड और स्केल पर किया है, वो अप्रत्याशित है।
उन्होंने कहा कि पहले कोई खोज दुनिया के दूसरे देशों में होती थी, तो भारत को उसके लिए बरसों इंतज़ार करना पड़ता था, लेकिन आज हमारे देश के वैज्ञानिक दूसरे देशों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं, उतनी ही तेज गति से काम कर रहे हैं।