उन्होंने कहा कि कोरोना की शुरुआत में देश में सिर्फ एक ही testing lab थी, लेकिन आज ढाई हजार से ज्यादा labs काम कर रही हैं। शुरू में कुछ सौ test एक दिन में हो पाते थे, अब 20 लाख से ज्यादा test एक दिन में हो रहे हैं। कितने ही फ्रंटलाइन वर्कर्स सेंपल कलेक्शन के काम में लगे हुए हैं। इन्हें इतनी गर्मी में भी पीपीई कीट पहननी पड़ती है।
प्रधानमंत्री ने चक्रवात ताउते और यास के साथ ही भूकंपों का जिक्र करते हुए कहा कि इनसे कई राज्य प्रभावित हुए। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की जनता इनसे पूरी ताकत से लड़ी। उन्होंने राहत और बचाव कार्यों में हिस्सा लेने वालों लोगों को धन्यवाद दिया और इन आपदाओं में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवदेना प्रकट की।