देश ही हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता, पीएम मोदी के मन की बात की 5 खास बातें...

रविवार, 25 जुलाई 2021 (11:56 IST)
मुख्‍य बिंदु
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर मनाया जा रहा ‘‘अमृत महोत्सव’’ कार्यक्रम ना तो किसी सरकार का या फिर किसी राजनीतिक दल का है बल्कि देश की जनता का है। जैसे, देश की आजादी के मतवाले, स्वतंत्रता के लिए एकजुट हो गए थे वैसे ही हमें देश के विकास के लिए एकजुट होना है।
 
आकाशवाणी के मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' की 79वीं कड़ी में अपने विचार साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने देशवासियों से आह्वान किया कि जिस प्रकार देश की आजादी के लिए सभी लोग एकजुट हो गए थे उसी प्रकार सभी को देश के विकास के लिए एकजुट होना है।
 
उन्होंने कहा कि इस साल 15 अगस्त को देश आजादी के 75वें साल में प्रवेश कर रहा है और जिस आजादी के लिए देश ने सदियों का इंतजार किया, उसके 75 वर्ष होने की आज की पीढ़ी साक्षी बन रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस अवसर पर देश अमृत महोत्सव मना रहा है जिसकी मूल भावना अपने स्वाधीनता सेनानियों के मार्ग पर चलना और उनके सपनों का देश बनाना है। मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी के भाषण की 5 खास बातें...

देश ही हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता : प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर देशवासियों से भारत छोड़ो आंदोलन की तर्ज पर ‘‘भारत जोड़ो आंदोलन’’ में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्र सर्वप्रथम और हमेशा सर्वप्रथम के मंत्र के साथ ही हमें आगे बढ़ना है...तो आइए, हम ‘अमृत महोत्सव’ पर यह अमृत संकल्प लें कि देश ही हमारी सबसे बड़ी आस्था, सबसे बड़ी प्राथमिकता बना रहेगा।’’
 
सीखना ही आगे बढ़ना : पीएम मोदी ने कहा कि आपने अंग्रेजी की एक कहावत सुनी होगी - To Learn is to Grow यानि सीखना ही आगे बढ़ना है। जब हम कुछ नया सीखते हैं, तो हमारे लिए प्रगति के रास्ते खुद-ब-खुद खुल जाते हैं। फिलहाल देश में 6 अलग-अलग जगहों पर Light house projects पर तेजी से काम चल रहा है। इन Light house projects में Modern technology और Innovative तौर-तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है।
 
कोरोना काल में लखीमपुर खीरी में एक अनोखी पहल : COVID के दौरान ही उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में एक अनोखी पहल हुई है। वहां महिलाओं को केले के बेकार तने से fibre बनाने की training देने का काम शुरू किया गया। कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ और दक्षिण कन्नड़ जिले की महिलाएं केले के आटे से डोसा और गुलाब जामुन जैसे स्वादिष्ट व्यंजन बनाने का अनूठा कार्य कर रही हैं। Banana fibre के इस काम से एक स्थानीय महिला को 400 से 600 रुपए प्रतिदिन की कमाई हो जाती है। लखीमपुर खीरी में सैकड़ों एकड़ जमीन पर केले कि खेती होती है। 
 
छोटे-छोटे प्रयासों से बड़े नतीजे : उन्होंने देशवासियों से देश के लिए काम करने का आह्वान करते हुए कहा कि इसमें छोटे-छोटे प्रयास भी बड़े नतीजे ला देते हैं। रोज के काम काज करते हुए भी हम राष्ट्र निर्माण कर सकते हैं।
 
टोक्यो ओलंपिक में तिरंगा देख रोमांचित हुआ देश : प्रधानमंत्री ने टोक्यो ओलंपिक का उल्लेख करते हुए कहा कि जब हाथों में तिरंगा लेकर भारतीय दल को वहां उन्होंने चलते देखा तो पूरा देश गौरवान्वित हो गया। पिछले दिनों खिलाड़ियों से अपने संवाद का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों ने कई चुनौतियों और संकट का सामना करने के बाद ओलंपिक दल में अपनी जगह बनाई। उन्होंने देशवासियों से ओलंपिक खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने की अपील की।

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