प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र सरकार महाकवि भारती की महिला सशक्तीकरण की दृष्टि से प्रेरित है और उनके ही नेतृत्व में सशक्तीकरण को सुनिश्चित करने का काम कर रही है। हमारी सरकार ने महिलाओं की गरिमा को महत्व दिया है और मुद्रा योजना के अंतर्गत 15 करोड़ महिलाओं को ऋण दिए गए हैं। महिलाएं आज सशस्त्र बलों का हिस्सा बन रही हैं। वे आज मस्तक ऊंचा कर घूम रही हैं और यह विश्वास पैदा कर रही हैं कि देश सुरक्षित हाथों में है। यह महिला सशक्तीकरण के नए भारत का युग है।
महाकवि भारती को उनकी 138वीं जयंती पर नमन करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वे किसी एक पेशे से नहीं जुड़े थे बल्कि सब कुछ थे। वे एक कवि, लेखक, संपादक, पत्रकार, समाज सुधारक, स्वाधीनता सेनानी और बहुत कुछ कुछ थे। वाराणसी से भी वे गहराई से जुड़े हुए थे। युवा पीढ़ी उनसे बहुत कुछ सीख सकती है। इस वर्ष का भारती पुरस्कार जाने-माने लेखक सीनी विश्वनाथन को दिया गया है। (भाषा)