मोदी ने ट्वीट किया, 'वीर बाल दिवस उसी दिन मनाया जाएगा, जब साहिबजादा जोरावर सिंह जी और साहिबजादा फतेह सिंह जी ने दीवार में जिंदा चिनवा दिए जाने के बाद शहीदी प्राप्त की थी। इन दो महान हस्तियों ने धर्म के महान सिद्धांतों से विचलित होने के बजाय मौत को चुना।'
उन्होंने कहा, 'माता गुजरी, श्री गुरु गोबिंद सिंह जी और चार साहिबजादों की बहादुरी और आदर्शों ने लाखों लोगों को ताकत दी। उन्होंने कभी अन्याय के आगे सिर नहीं झुकाया। उन्होंने समावेशी और सौहार्दपूर्ण विश्व की कल्पना की। यह समय की मांग है कि और लोगों को उनके बारे में पता चले।'
केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार सिख समुदाय तक पहुंच बनाने के लिए कई कदम उठा रही हैं। ऐसा माना जा रहा है कि तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को लागू किए जाने के बाद सिख समुदाय सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी से खफा हो गया था। प्रधानमंत्री ने इन कानूनों को निरस्त किए जाने की हाल में घोषणा की थी।