लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पीएम मोदी ने करीब डेढ़ घंटे के अपने भाषण में अपनी सरकार की उपलब्धियों को बताते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। एक दिन पहले सदन में अडानी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पीएम मोदी पर लगाए आरोपों को पीएम ने गालियां और झूठे आरोप बताए। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने देश की जनता के लिए काम किया और जनता उनके काम को जानती है, तो विपक्ष की गालियों को कैसे जनता स्वीकार करेगी।
मोदी के निशाने पर राहुल गांधी-लोकसभा में अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना राहुल का नाम लिए उन पर जमकर निशाना साधते हुए उन्हें निराशा में डूबा हुए व्यक्ति बताया। कांग्रेस पार्टी पर प्रधानमंत्री ने कटाक्ष करते हुए कहा कि जिनको हावर्ड यूनिर्सिटी का बहुत क्रेज है और कांग्रेस ने कोरोना काल में कहा था कि भारत की बर्बादी पर हावर्ड यूनिवर्सिटी में स्टडी होगी, वहीं हावर्ड यूनिवर्सिटी में द राइज एंड डिकलाइन ऑफ कांग्रेस पार्टी पर स्टडी है और मुझे विश्वास है कि भविष्य में बड़े-बड़े विश्वविद्यालय में कांग्रेस की बर्बाद पर रिसर्च होगी और उनको घूमाने वालों पर भी रिसर्च होगी। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल की भारत जोड़ो यात्रा पर कई बार तंज कसा। पीएम ने कहा कि कहा कि अभी-अभी जो कश्मीर में यात्रा करके उन्होंने वहां पर देखा था कि वहां क्या परिस्थितियां है।
जनता के भरोसे के बनाया ढाल-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में अडानी का एक बार भी नाम नहीं लिया। प्रधानमंत्री ने अपने उपर हो रहे हमले का जवाब देने के लिए चुनाव दर चुनाव भाजपा की जीत को ढाल बनाया। पीएम मोदी ने कहा कि मोदी पर देश का भरोसा अखबार की सुर्खियों से नहीं पैदा हुआ और 140 करोड़ भारतीयों का आशीर्वाद और भरोसा और विश्वास मेरा सुरक्षा कवच है। पीएम ने कहा कि गलियों और झूठ के शस्त्र से कोई इसे भेद नहीं सकता। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने देश की जनता के लिए काम किया और जनता उनके काम को जानती है, तो विपक्ष की गालियों को कैसे जनता स्वीकार करेगी। पीएम ने कहा कि उन्होंने पूरा जीवन देश और देश के लोगों के लिए खपा दिया है।
सरकार के कामकाज को गिनाया-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में 2014 के बाद सरकार के कामकाज को गिनाया। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में अपनी सरकार की उज्ज्वला से लेकर नल-जल योजना और महिलाओं के सेनेटरी पैड देने तक का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने बताया कि 2014 के बाद एक नए भारत का निर्माण हो रहा है। प्रधानमंत्री ने कोरोना काल में सरकार के कामकाज के साथ, वैक्सीनेशन अभियान और आधार से लेकर डिजिटल इंडिया, आयुष्मान स्वास्थ्य योजना और स्किल इंडिया की योजनाएं का भी जिक्र अपने भाषण में किया। वहीं पीएम ने 2014 के पहले की यूपीए सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि वह घोटाले की सरकार थी। पीएम ने कहा कि 2004 से 2014 आजादी के बाद सबसे बड़ा घोटाले का दशक रहा।
विपक्ष की एकता पर कसा तंज-प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में विपक्ष की एकता पर तंज कसते हुए कहा कि जिस विपक्ष को देश की जनता एकजुट नहीं कर पाई उसके ईडी ने एक कर दिया। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस का बिना नाम लिया कहा जनता उनको पूरी तरह खारिज कर चुकी है। प्रधानमंत्री ने चुनाव दर चुनाव भाजपा पर जनता के विश्वास को बताते हुए भाषण में विपक्ष पर तंज कसते हुए तुम्हारे पांव के नीचे जमीन नहीं फिर भी तुम्हें यकीन नहीं, कमाल है कि तुम्हें यकीन नहीं है।
तर्क की कसौटी पर पीएम मोदी का भाषण-अगर लोकसभा में पीएम मोदी कह रहे है कि देश की जनता उन पर भरोसा करते है तो चुनावी आंकड़े इसके प्रमाण भी है। 2014 में नरेंद्र मोदी के करिश्माई नेतृत्व में भाजपा ने 10 साल बाद केंद की सत्ता में वापसी की। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को नरेंद्र मोदी के चेहरे और नेतृत्व में 282 सीटें मिली। नरेंद्र मोदी के ही करिश्माई नेतृत्व का कमाल था कि 2014 के लोकसभा चुनाव में 1989 के बाद पहली बार किसी पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला।
2014 के बाद 2019 में नरेंद्र मोदी पर जनता का विश्वास और बढ़ गया। 2019 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने 300 का आंकड़ा पारकर 303 सीटें जीतकर सत्ता में जोरदार वापसी की। वहीं भाजपा के नेतृत्व में वाले एनडीए को 353 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।
2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने 2014 के मुकाबले 21 सीटें अधिक जीती। 2014 में जहां भाजपा को 282 लोकसभा सीटों पर जीत मिली थी वहीं 2019 में यह आंकड़ा बढ़कर 303 तक पहुंच गया। 2019 के चुनावों में भाजपा की सिर्फ सीटों में ही बढ़ोतरी नहीं हुई है बल्कि 2014 के मुकाबले 33 प्रतिशत अधिक वोट भी मिले हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक 2014 के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को कुल 17.16 करोड़ वोट मिले थे लेकिन इस बार यह आंकड़ा 33.45 प्रतिशत बढ़कर 22.90 करोड़ को पार कर गया। आंकड़े यह भी बताते है कि भाजपा ने देश के 13 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में 50 फीसदी से अधिक वोट हासिल किए। वहीं अगर 2019 के लोकसभा चुनाव के कुल नतीजों की बात की जाए तो भाजपा ने 37.36% वोट हासिल किए थे।