प्रयागराज महाकुंभ में अब तक 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने डुबकी लगा चुके है, वहीं महाकुंभ को लेकर अब सियासत भी गर्मा गई है। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी पूरी कैबिनेट के साथ कुंभ में डुबकी लगाई तो दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच फरवरी को महाकुंभ में आ रहे है। दिलचस्प यह है कि महाकुंभ में जिस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डुबकी लगाएंगे उस दिन ही दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोटिंग होगी। इसी को लेकर अब विपक्ष सवाल उठा रहा है। विपक्ष महाकुंभ को सियासत का केंद्र बनाने को लेकर भाजपा पर सवाल उठा रहे है।
महाकुंभ से दिल्ली को साधेंगे मोदी- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाकुंभ को लेकर लगातार सोशल मीडिया से लेकर मन की बात तक लगातार कुंभ की महिमा का उल्लेख कर रहे है ऐसे में दिल्ली विधानसभा चुनाव की वोटिंग के दिन महाकुंभ में डुबकी लगाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा के हिंदुत्व के कार्ड को और धार देंग। मोदी महाकुंभ से दिल्ली की चुनावी राजनीति को साधने की पूरी कोशिश करेंगे। वहीं मोदी से पहले गृहमंत्री अमित शाह 27 जनवरी को त्रिवेणी संगम में स्नान करने पहुंचेंगे।
अखिलेश यादव के सवाल- वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महाकुंभ को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं। अखिलेश यादव ने योगी कैबिनेट की बैठक प्रयागराज में होने और मंत्रियों के महाकुंभ में डुबकी लगाने पर कहा कि प्रयागराज वो स्थान नहीं है, जहां पर राजनीति या राजनीतिक बैठक की जाए। कुंभ के स्थल पर कैबिनेट करना पॉलिटिकल है और पॉलिटिकल संदेश देना चाहते हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि कुंभ में कैबिनेट की बैठक का क्या औचित्य है. अखिलेश ने कहा कि वो गंगा का विकास क्या करेंगे जब आज तक गंगा साफ नहीं हो सकी। अखिलेश ने कहा ये कुछ भी नहीं करना चाहते हैं. भाजपा वाले कुछ भी नही करते, इन्हें वहां राजनीति नहीं करनी चाहिए।
केशव प्रसाद मौर्य का पलटवार-वहीं उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने पूर्व सीएम अखिलेश यादव के महाकुंभ क्षेत्र में राजनीतिक बैठक करने को लेकर उठाए गए सवाल पर पलटवार किया है। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश को कुंभ को लेकर इस तरह का बयान देना ठीक नहीं है। इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। उन्हें मानसिक विकार और दृष्टि रोग हो गया है। मैं भगवान से यही प्रार्थना करूंगा कि उनका विकार समाप्त हो जाए या तो वे कहीं जाकर अपना इलाज कराएं। इसके साथ ही केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि कहा कि 2025 के महाकुंभ में 2031 अर्द्ध कुंभ की भी तैयारी भी शुरू हो गई है। 144 वर्ष बाद आए महाकुंभ के अलौकिक आनंद को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता है।