Mahakumbh Mela 2025: महाकुंभ में कितने और कौन-कौनसे चमत्कारिक बाबा हैं?

WD Feature Desk

गुरुवार, 23 जनवरी 2025 (16:56 IST)
how many miraculous Babas are there in Mahakumbh: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ चल रहा है। इस कुंभ मेले में कई सिद्ध संत और चमत्कारी संत होंगे लेकिन यह हर किसी को दर्शन नहीं देते हैं। बहुत से सिद्ध संत तो लोगों से दूर रहते हैं वे सिर्फ संतों को ज्ञान और मार्गदर्शन देने आता हैं और फिर से हिमालय में चले जाते हैं। अब जैसे हजारों नागा साधुओं में से सभी सिद्ध नहीं होते जो होते हैं उनकी दुनिया ही अलग होती है और उन्हें सिर्फ उनके साथ नागा ही पहचान सकते हैं आम जनता नहीं। फिर भी एक अनुमान के तहत करीब 7 से 8 लाख साधु संत हैं। इनमें से विभिन्न प्रकार के साधु और बाबा हैं, जिनमें कई चमत्कारिक और अद्वितीय व्यक्तित्व भी शामिल होते हैं। इनमें से कुछ विशेष प्रकार के बाबा इस प्रकार हैं:-
 
1. नागा साधु:
छह वर्ष की कठिन तपस्या के बाद ही कोई व्यक्ति नागा बनता है। नागा में वस्त्रधारी और भस्मधारी दोनों ही प्रकार के नागा होते हैं। दिगंबर नागा नग्न रहते हैं और अपने शरीर पर भस्म (राख) लगाते हैं। ये कठोर तपस्वी होते हैं और शस्त्र विद्या में भी निपुण माने जाते हैं। नागा साधु कई बार अद्भुत शक्ति प्रदर्शन करते हैं, जैसे कि ठंडे पानी में लंबे समय तक रहना या कठिन योग मुद्राएं करना। ये सभी शैव पंथी होते हैं। ALSO READ: तन पर एक भी कपड़ा नहीं पहनती हैं ये महिला नागा साधु, जानिए कहां रहती हैं
 
2. अघोरी बाबा:
अघोरपंथ के साधु वस्त्र धारण करते हैं परंतु संपूर्ण शरीर पर भस्म भी लगाकर रखते हैं। इन्हें अघोरी और औघड़ कहते हैं। ये श्मशान साधना करते हैं और मृत्यु से जुड़े रहस्यों को समझने की कोशिश करते हैं। अघोरी बाबा अपने चमत्कारी और असाधारण आचरण के लिए प्रसिद्ध हैं। वे जड़ी-बूटियों और तंत्र-मंत्र का भी गहन ज्ञान रखते हैं। कफन के काले वस्त्रों में लिपटे अघोरी बाबा के गले में धातु की बनी नरमुंड की माला लटकी होती है। नरमुंड न हो तो वे प्रतीक रूप में उसी तरह की माला पहनते हैं। हाथ में चिमटा, कमंडल, कान में कुंडल, कमर में कमरबंध और पूरे शरीर पर राख मलकर रहते हैं ये साधु। ये साधु अपने गले में काली ऊन का एक जनेऊ रखते हैं जिसे 'सिले' कहते हैं। गले में एक सींग की नादी रखते हैं। इन दोनों को 'सींगी सेली' कहते हैं। 
3. परमहंस और अवधूत बाबा:
ये सांसारिक बंधनों से मुक्त माने जाते हैं और अपना अधिकांश समय ध्यान और साधना में बिताते हैं। कई अवधूत बाबा अपनी योगिक शक्तियों और भविष्यवाणी करने की क्षमता के लिए प्रसिद्ध होते हैं। ये लोगों का जीवन पलटने की क्षमता रखते हैं। इनकी पहचान करना मुश्किल है। इन्हें सिर्फ संत ही पहचानते हैं। नागा, नाथ, वैष्णव, आचार्य, अघोरी या महामंडलेश्वर में से ही कुछ परमहंस या अवधूत बनते हैं।ALSO READ: कैसे बनती हैं कोई महिला नागा साधु?
 
4. जड़ी-बूटी और औषधि वाले बाबा:
ये साधु प्राकृतिक जड़ी-बूटियों और औषधियों का ज्ञान रखते हैं। ये बीमारियों का इलाज करने और प्राकृतिक चिकित्सा में माहिर होते हैं। इनका ज्ञान प्राचीन आयुर्वेद और तंत्र-शास्त्र पर आधारित होता है। हिमालय में रहने के कारण ये हिमालय से जुड़ी कई औषधियों का भी ज्ञान रखते हैं। इनके पास आपको कई प्रकार की चमत्कारिक जड़ी-बूटी मिल जाएगी और इनके पास कई तरह की चमत्कारिक वस्तुएं भी होती हैं। जैसे एकमुखी रुद्राक्ष, दक्षिणावर्ती शंख, हात्थाजोड़ी, नागफनी, गोमतीचक्र आदि।
 
5. तपस्वी बाबा: 
ऐसे कई बाबा आपको कुंभ में नजर आएंगे जिन्होंने या तो जीवनभर के अपना एक हाथ उपर उठाकर रखा है और जिन्हें आम लोग उर्ध्वबाहु बाबा (हाथ उठाए साधु) भी कहते हैं। ये बाबा अपने पूरे जीवन तक एक हाथ को उठाए रखते हैं। ऐसे भी मिल जाएंगे जो कांटों पर लेटे हुए हैं या जो एक पैर पर ही खड़े हुए हैं। यह सभी कठोर तपस्या का प्रतीक है, और यह माना जाता है कि यह साधना उन्हें दिव्य शक्तियां देती हैं। 
 
6. समाधि वाले बाबा:
कुछ साधु जल समाधि लेने के लिए प्रसिद्ध होते हैं, जिसमें वे लंबे समय तक पानी के भीतर ध्यान करते हैं। यह उनके गहन योग और सांस नियंत्रण का परिणाम होता है। कुछ ऐसे भी संत है जो कुछ दिनों के लिए भू- समाधि लेते हैं। ऐसे संतों को भी आप कुंभ में देख सकते हैं। 
7. तंत्र-मंत्र के ज्ञाता तांत्रिक बाबा:
ये बाबा तांत्रिक साधना में निपुण होते हैं। इन्हें तंत्र-विद्या और सिद्धियों का गहरा ज्ञान होता है। वे अदृश्य शक्तियों का आह्वान और उपयोग कर सकते हैं। इनका व्यवहार और रंग ढंग अलग ही होता है। लोग अघोरी और तांत्रिकों के पास जाने से बचते हैं।ALSO READ: कैसे बनते हैं अघोरी साधु?
 
8. चमत्कारी बाबा:
कुछ बाबा अपनी दिव्य शक्तियों और चमत्कारी कार्यों के लिए प्रसिद्ध होते हैं। यह माना जाता है कि वे साधना के माध्यम से दैवीय शक्तियां प्राप्त करते हैं और लोगों की समस्याओं को हल कर सकते हैं। इनमें से कुछ बाबा अद्भुत शक्तियों का प्रदर्शन करते हैं, जैसे कि आग पर चलना, आसमान में हाथ से पानी गिराना, या अचानक वस्तुओं को गायब करना या हाथ से भभूति निकाल लेना। जैसे सत्य साईं बाबा थे। 
 
9. मस्तान बाबा:
ये साधु अपनी मस्ती और अलौकिक स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। इनका आचरण आमतौर पर साधारण होता है, लेकिन वे गहरे ज्ञान और अनुभवों से भरे होते हैं। इनका चेहरा हमेशा हंसता और मुस्कुराता ही मिलेगा। इन्हें देखकर लोगों का मन प्रसन्न हो जाता है। यह अपनी ही मस्ती में मस्त रहते हैं।
 
10. आकर्षक बाबा:
ये ऐसे बाबा होते हैं जो लोगों का अपनी ओर ध्यान खिंचने के लिए कई तरह के कौतुक करते हैं। कई लोग इन्हें बाबा नहीं मानते हैं। जैसे रुद्राक्ष वाले बाबा, गोल्डन वाले बाबा, कांटे वाले बाबा, चीमटे वाले बाबा, स्कार्पियो वाले बाबा, आईआईटियन बाबा, घोड़े वाले बाबा, सोने के कंगन और हीरे की घड़ी वाले पर्यावरण बाबा, अनाज बाबा आदि कई ऐसे बाबा मिल जाएंगे जो लोगों का ध्यान अपनी ओर खिंचने का प्रयास करते हैं। 
 
इन बाबाओं की वास्तविक शक्तियों को मानने से पहले विवेक और सतर्कता रखना भी जरूरी है, क्योंकि कभी-कभी भ्रम पैदा करने वाले भी इन मेलों में आ जाते हैं। महाकुंभ में चमत्कारिक बाबाओं की संख्या का कोई निश्चित आंकड़ा नहीं होता है, लेकिन साधु-संतों की संख्या लाखों में होती है। इनमें से कुछ अद्वितीय और असाधारण चमत्कारी व्यक्तित्व के लिए विख्यात हो जाते हैं तो कुछ ढोंगी भी होते हैं। ALSO READ: कुंभ मेले के बाद कहां चले जाते हैं नागा साधु? जानिए कैसी होती है नागा साधुओं की रहस्यमयी दुनिया

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