Baba Siddique Murder Case : महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी को जब गोली मारी गई, उस दौरान उनकी सुरक्षा में एक पुलिस कांस्टेबल तैनात था। ये कांस्टेबल तीन पालियों में काम करते हैं। अपराध शाखा यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हमलावर मुंबई पहुंचने के बाद कहां रुके थे और उनकी मदद किसने की थी?
मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि दो आरोपियों के पास से दो पिस्तौल और 28 कारतूस बरामद किए गए हैं। पुलिस एक सोशल मीडिया पोस्ट की भी पुष्टि कर रही है जिसमें लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक सदस्य ने राकांपा (अजित पवार) नेता की हत्या की जिम्मेदारी ली है।
सिद्दीकी (66) को शनिवार रात मुंबई के बांद्रा इलाके के खेर नगर में उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर तीन लोगों ने गोली मार दी, जिसके बाद उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस उपायुक्त (अपराध शाखा) दत्ता नलवाडे ने कहा, पुलिस ने 15 टीमें बनाई हैं जो महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में तैनात कर दी गई हैं और जांच की जा रही है कि शूटरों को किसने सहायता प्रदान की थी।
आरोपियों के पास से दो पिस्टल और 28 कारतूस बरामद किए गए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि सिद्दीकी को गैर-वर्गीकृत सुरक्षा प्रदान की गई थी और उन्हें तीन पुलिस कांस्टेबल आवंटित किए गए थे। नलवाडे ने कहा, ये कांस्टेबल तीन पालियों में काम करते हैं। घटना के समय (शनिवार रात) एक पुलिसकर्मी सिद्दीकी के साथ था।
पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें और लोगों के शामिल होने का संदेह है। अपराध शाखा यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हमलावर मुंबई पहुंचने के बाद कहां रुके थे और उनकी मदद किसने की थी। उन्होंने बताया, गोलीबारी की घटना के बाद सहायक पुलिस निरीक्षक राजेंद्र धाबडे और एक कांस्टेबल ने दोनों हमलावरों को पकड़ लिया। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour