पोस्टमार्टम के बाद बांदा से गाजीपुर ले जाया जाएगा मुख्तार अंसारी का शव
पुलिस ने किए सुरक्षा के कड़े इंतजाम, यूपी में धारा 144
Mukhtar Ansari news in hindi : मुख्तार अंसारी का शुक्रवार को बांदा मेडिकल कॉलेज में 5 डॉक्टरों के एक पैनल द्वारा पोस्टमार्टम किया जा रहा है। माफिया से नेता बने अंसारी की बांदा के एक अस्पताल में कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई। हालांकि अंसारी के परिजन और विपक्षी नेता मौत पर सवाल उठा रहे हैं। आज गाजीपुर के कालीबाग क्रबिस्तान में मुख्तार को सुपुर्द ए खाक किया जाएगा।
बांदा मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों के एक दल द्वारा पोस्टमार्टम किया जा रहा है। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है। इसके बाद शव को बेटे उमर को सौंप दिया जाएगा।
अंसारी की मौत के बाद उत्तर प्रदेश खासकर पूर्वी उत्तर प्रदेश समेत राज्य के कई हिस्सों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पूरे राज्य में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी समेत उसके परिवार के सदस्य शुक्रवार तड़के बांदा पहुंचे। उमर ने कहा कि हम लोग पोस्टमार्टम के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए गाजीपुर ले जाएंगे।
VIDEO | Mukhtar Ansari death: Visuals of security arrangements near Mukhtar Ansaris residence in Ghazipur, UP.
पुलिस प्रशासन ने शव को बांदा से लगभग 380 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गाजीपुर तक सड़क मार्ग से पहुंचाने के लिए पहले ही रूट प्लान तैयार कर लिया है। बांदा, मऊ, गाजीपुर और वाराणसी जिलों में अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
उधर, शुक्रवार की सुबह मुख्तार अंसारी के गाजीपुर जिले के यूसुफपुर मोहम्मदाबाद स्थित पैतृक आवास पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। घर के साथ-साथ अस्पताल के आसपास भी बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई थी।
#WATCH ग़ाज़ीपुर, उत्तर प्रदेश: काली बाग कब्रिस्तान में गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है। pic.twitter.com/AQJuSaepQH
उल्लेखनीय है कि मुख्तार अंसारी को तबीयत बिगड़ने के बाद बांदा जिला जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई।
अंसारी मऊ सदर सीट से 5 बार विधायक रहा और 2005 से उत्तर प्रदेश व पंजाब में जेल में बंद था। उसके खिलाफ 60 से अधिक आपराधिक मामले लंबित थे। उत्तर प्रदेश की विभिन्न अदालतें सितंबर 2022 से उसे 8 मामलों में सजा सुना चुकी थीं और वह बांदा जेल में बंद था।
मुख्तार के बेटे उमर अंसारी ने आरोप लगाया कि जेल में उसके पिता को धीमा जहर दिया गया था। अधिकारियों ने इस आरोप से इनकार किया है। मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी ने भी पोस्टमार्टम में देरी पर सवाल उठाए थे।