कूड़ा बीनने वालों को राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा जाएगा

शुक्रवार, 3 जुलाई 2015 (18:43 IST)
नई दिल्ली। सरकार ने भारत को साफ-सुथरा रखने में कूड़ा बीनने वालों के योगदान को मान्यता देने के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजने का फैसला किया है।

पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कचरा प्रबंधन पर यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि देश में कूड़ा बीनने वाले लाखों लोग हैं। इस अनौपचारिक क्षेत्र ने देश को बचाया है। वे अच्छा काम कर रहे हैं और मैंने उनके प्रयासों को मान्यता देने का फैसला किया है। हम उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगे।

जावड़ेकर ने बताया कि राष्ट्रीय पुरस्कार डेढ़ लाख रुपए का नकद इनाम होगा और तीन बेहतरीन कूड़ा बीनने वालों तथा बेहतरीन तरीके खोजने वाले तीन संघों को दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि कूड़ा बीनने वाले कचरे के निबटान में कुछ हद तक मदद कर रहे हैं। उन्होंने दिल्ली मेट्रो रेल निगम जैसी एक भरोसेमंद एजेंसी की स्थापना की वकालत की, जो वैज्ञानिक तरीके से कचरा प्रबंध समाधान के उपाय करने के बारे में नगरपालिकाओं और नगर निगमों का मार्गनिर्देश करे।

जावड़ेकर ने कहा कि फिलहाल, ठोस कचरे का निबटान करने वाली एजेंसियां ठेके के आधार पर काम कर रही हैं और यह बुरी तरह विफल रही हैं। कचरा निबटान हमेशा कोई मुनाफेबख्श कारोबार नहीं हो सकता। हमने सलाह दी है कि शहरी विकास मंत्रालय डीएमआरसी जैसी कोई भरोसेमंद एजेंसी बनाए।

उन्होंने कहा कि कचरा प्रबंधन के लिए काफी कोष है लेकिन विभिन्न प्रकार के कचरे के निबटान के लिए वैज्ञानिक मार्गदर्शन की कमी है।

उन्होंने चिंता जताई कि देश में अपरिशोधित कचरा और अपजल की भारी मात्रा है। यह सुनिश्चित करने के लिए मौजूदा नियमों में संशोधन किया गया है कि 5000 से ज्यादा आबादी वाले प्रत्येक गांव में कचरा परिशोधन संयंत्र हो। (भाषा)

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