जावड़ेकर, केंद्रीय विद्यालय स्कूलों के स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में आए थे। उन्होंने विपक्ष की आलोचना करते हुए कहा कि संसद काम कहां कर रही है? उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि संसद की कार्यवाही देखने आने वाले स्कूली विद्यार्थियों पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।
जावड़ेकर ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि जनता की राय का उन पर दबाव पड़ेगा। हर किसी को काम करना होता है और संसद में आपको अपनी राय रखनी होती है, यही लोकतंत्र है। आपको विरोध भी करना चाहिए, यह भी लोकतंत्र है। लेकिन निर्वाचित सरकार को काम नहीं करने देने का यह कोई तरीका नहीं है। मेरी परेशानी यह है कि मैं केवी के छात्रों को आखिर क्या दिखाउंगा।