पूर्व मुख्यमंत्री के आवास पर जाने के बाद उन्होंने कहा, पर्रिकर के बेटे उत्पल और अभिजीत मेरे दोस्त हैं। यह मेरा कर्तव्य है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद मैं उनसे मिलने जाऊं। अभी तक मैं अपने कार्यालय नहीं गया हूं। मैं उनसे मिलने आया हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा, मनोहर पर्रिकर मेरे राजनीतिक आदर्श और गुरु थे। वे मेरे पिता समान थे। मैं राजनीति में हूं और विधायक, विधानसभा अध्यक्ष बना केवल उनकी वजह से। यह मेरी शिष्टाचार भेंट है।