उन्होंने कहा कि आज का दिन अंतरिक्ष कार्यक्रम के इतिहास में एक युगांतकारी दिन के तौर पर जाना जाएगा। देश को इस अभूतपूर्व उपलब्धि पर गर्व है जिसने एक बार फिर भारत की बढ़ती अंतरिक्ष क्षमताओं को दिखाया है। राष्ट्रपति ने कुमार से उनकी टीम के वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, प्रौद्योगिकीविदों और इस महान अभियान से जुड़े अन्य लोगों तक उनकी (राष्ट्रपति की) शुभकामनाएं पहुंचाने को कहा।
मुखर्जी ने कहा कि मैं इसरो से हमारी अंतरिक्ष क्षमताओं की प्रगति के लिए निरंतर प्रयास जारी रखने का अनुरोध करता हूं। मैं आप सभी के भावी सफल भविष्य की कामना करता हूं। इसरो ने बुधवार सुबह आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा से सफलतापूर्वक रिकॉर्ड 104 उपग्रहों को पीएसएलवी-सी37 की कक्षा में प्रक्षेपित किया। (भाषा)