उन्होंने कहा कि आज देशभर से आए एक लाख से ज्यादा कार्यकर्ता लखनऊ में एकत्रित हो रहे थे, जगह-जगह बसें रोककर राम भक्तों का खाना बसों से बाहर फेंक दिया गया, ऐसा इसलिए कराया गया, जिससे कि राम भक्तों को खाना न मिले, इसके बाद भी राम भक्त कार्यकर्ता डटे रहे और लखनऊ से सैकड़ों बसों में राम भक्त अयोध्या आने के लिए निकले थे। राम भक्तों का खाना बनाने के लिए लगभग दो ट्रक 4:00 बजे अयोध्या पहुंच गए थे, लेकिन उनसे कहा गया कि आपको खाना नहीं बनाने देंगे और अभी भी खाना बनाने वाले ट्रक बाहर ही खड़े हैं और जितने भी राम भक्तों की बसें आईं हैं, उन्हें अयोध्या के बाहर ही खड़ा कर दिया गया है।
जिला प्रशासन ने सभी आश्रमों में जाकर धमकी देकर कहा है कि एक भी राम भक्त नहीं ठहरेगा। इतना कहते-कहते प्रवीण तोगड़िया भावुक हो गए और उन्होंने कहा कि हमारे पास अयोध्या में खाना नहीं है, हजारों राम भक्त यहां आए हुए हैं और खाना बनाने का सामान साथ लेकर आए हैं, लेकिन राम भक्तों की सरकार ने खाना बनाने की इजाजत नहीं दी, न मेरे लिए यहां खाना है, न राम भक्त साथियों के लिए खाना है और न ही रहने के लिए हमारे लिए कोई जगह है।
जिला प्रशासन ने सभी आश्रम धमकी देकर बंद करवा दिए हैं। हमारे पास कोई रास्ता नहीं है, इसलिए मैं महंतजी की समाधि के सामने यहीं पर ही बैठूंगा। मेरे जिन राम भक्त साथियों को ठहरने की जगह नहीं मिली है, वह यहां मेरे साथ बैठकर रात गुजारेंगे हमने तो राम भक्तों की सरकार बनाई थी, राम भक्तों को खाना न मिले, रहने को न मिले, इतना अत्याचार तो मुलायम सिंह सरकार में हुआ था या फिर इस सरकार में हुआ है, किसके इशारे पर हुआ है और क्यों, यह मुझे पता नहीं।