उन्होंने कहा कि चंद्रयान-2 इस मायने में भी अद्वितीय है कि इसमें चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र का अध्ययन किया जाएगा, जो इससे पहले किसी भी मिशन में नहीं किया गया है। इससे चंद्रमा के बारे में नई जानकारी मिल सकेगी।
मोदी ने कहा कि चंद्रयान-2 जैसे प्रयासों से हमारे प्रतिभाशाली युवाओं को विज्ञान, उच्च गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान और नई खोजों की ओर आकर्षित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि चंद्रयान से देश के चंद्र अभियान को बड़ी मजबूती मिलेगी। इससे चंद्रमा के बारे में हमारी जानकारी में काफी इजाफा होगा।