Air India plane crash case : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को अहमदाबाद में उस जगह पहुंचे जहां बृहस्पतिवार को एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। इस दुर्घटना में विमान में सवार 241 लोगों समेत 265 की मौत हो गई। प्रधानमंत्री ने विमान हादसे में घायल हुए लोगों से भी मुलाकात की। विमान हादसे में मारे गए लोगों में से 6 की शिनाख्त करने के बाद शुक्रवार को उनके शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए। अन्य शव इतनी बुरी तरह झुलस चुके हैं कि उनकी पहचान कर पाना मुश्किल है इसलिए उनकी शिनाख्त के लिए डीएनए जांच की जा रही है। शवों की पहचान के लिए डीएनए के नमूने एकत्र करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
बृहस्पतिवार को हुए हादसे के बाद 265 शवों को पोस्टमार्टम के लिए अहमदाबाद सिविल अस्पताल भेजा गया था। एक अधिकारी ने बताया कि इनमें से केवल छह की शिनाख्त हो पाई क्योंकि उनके चेहरे पहचाने जा सकने की हालत में थे। उन्होंने बताया कि अन्य शव इतनी बुरी तरह झुलस चुके हैं कि उनकी पहचान कर पाना मुश्किल है इसलिए उनकी शिनाख्त के लिए डीएनए जांच की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री सुबह यहां सरदार वल्लभभाई पटेल हवाई अड्डे पर पहुंचे और वहां से सीधे मेघाणी नगर इलाके में दुर्घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने करीब 20 मिनट दुर्घटना स्थल का मुआयना करते हुए बिताए। नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू और गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने प्रधानमंत्री को विमान के मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त होने के बारे में जानकारी दी। उनके साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी थे।
बोइंग 787 ड्रीमलाइनर (एआई171) विमान बृहस्पतिवार दोपहर सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद मेघाणी नगर क्षेत्र में एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी सहित 242 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे। इस दुर्घटना में सिर्फ एक यात्री बच पाया। विमान में दो पायलट तथा चालक दल के 10 सदस्य भी थे।
इसके बाद मोदी ने विमान दुर्घटना में घायल हुए लोगों से यहां सिविल अस्पताल में मुलाकात की। उन्होंने विमान में सवार यात्रियों में से एकमात्र जीवित बचे विश्वास कुमार रमेश से भी मुलाकात की। मोदी अस्पताल के सी7 वार्ड में पहुंचे जहां 25 घायलों का इलाज चल रहा है। उन्होंने सिविल अस्पताल के चिकित्सकों से भी बातचीत की। उन्होंने अस्पताल में करीब 10 मिनट का समय बिताया।
मोदी ने अहमदाबाद हवाईअड्डे के पास गुजरात राज्य विमानन अवसंरचना कंपनी लिमिटेड (गुजसेल) के दफ्तर में प्रदेश के और नागर विमानन मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक की। पुलिस निरीक्षक चिराग गोसाई ने कहा, हमने छह शव परिजनों को सौंप दिए हैं। हमने शवों की पहचान के लिए डीएनए के नमूने एकत्र करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है ताकि पूरी तरह झुलस चुके शवों की पहचान की जा सके। 215 मृतकों के रिश्तेदारों ने अपने नमूने देने के लिए हमसे संपर्क किया है।
उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम कक्ष में पहुंचने वाले परिजनों से जानकारी जुटाने के बाद उन्हें डीएनए के नमूने देने के लिए बीजे मेडिकल कॉलेज भेजा जा रहा है। निरीक्षक ने बताया, डीएनए नमूने के मिलान की प्रक्रिया पूरी होने में करीब 72 घंटे लगेंगे। एक बार मिलान हो जाने पर शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।
भारत आई ब्रिटेन की रहने वाली भूमि चौहान, अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुई एयर इंडिया की उड़ान छूटने पर भगवान का धन्यवाद कर रही हैं और अपनी किस्मत को सराह रही हैं। भूमि भारी ट्रैफिक में फंसने की वजह से हवाई अड्डे पर देरी से पहुंची थीं।
भूमि ने कहा कि वह लंदन जाने वाली उड़ान संख्या एआई 171 में सवार होने से सिर्फ 10 मिनट से चूक गईं। एयर इंडिया का विमान बृहस्पतिवार दोपहर सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। भूमि ने एक चैनल से कहा, जब से मुझे दुर्घटना के बारे में पता चला है, मैं कांप रही हूं। मैं दोपहर 1.30 बजे हवाई अड्डे से निकली, क्योंकि यातायात के कारण मेरी फ्लाइट छूट गई थी। मैं भगवान का शुक्रिया अदा करती हूं।
एक अधिकारी ने बताया कि विमान कर्मी दल के कम से कम नौ सदस्य महाराष्ट्र के थे जिनमें दोनों पायलट शामिल हैं। उन्होंने बताया कि विमान के पायलट कैप्टन सुमित पुष्करराज सभरवाल (56) मुंबई के पवई इलाके के जल वायु विहार के निवासी थे और अपने बुजुर्ग माता-पिता के साथ रहते थे।
विमान के सह-पायलट क्लाइव कुंदर भी मुंबई के निवासी थे। चालक दल के सदस्य दीपक पाठक ठाणे जिले के बदलापुर में रहते थे। पाठक की बहन ने पहले बताया था कि लंदन जाने से पहले उन्होंने अपनी मां से बात की थी। उन्होंने बताया कि दीपक 11 वर्ष से एयर इंडिया में काम कर रहे थे।
चालक दल की एक अन्य सदस्य मैथिली पाटिल (23) नवी मुंबई के न्हावा गांव की रहने वाली थीं। मैथिली दो वर्ष पहले एयर इंडिया से जुड़ी थीं और उनके पिता मोरेश्वर पाटिल ओएनजीसी में ठेकेदार हैं। न्हावा के एक पूर्व सरपंच ने बताया कि मैथिली ने लंदन जाने से पहले अपने पिता से बात की थी और शहर पहुंचने पर उन्हें फोन करने का वादा किया था।
एक अन्य सदस्य अपर्णा महादिक (43) गोरेगांव की निवासी थीं और उनके पति भी एयर इंडिया में चालक दल के सदस्य के तौर पर काम करते हैं। अपर्णा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता सुनील तटकरे की रिश्तेदार थीं। रोशनी राजेंद्र सोनघरे डोंबिवली व सैनीता चक्रवर्ती जुहू कोलीवाड़ा की रहने वाली थीं और दोनों ही चालक दल सदस्य के रूप में विमान में सवार थीं। रोशनी के इंस्टाग्राम पर 54,000 से ज्यादा फॉलोअर थे और वह एक ट्रैवल इन्फ्लुएंसर भी थीं।
हादसे में जान गंवाने वाले लोगों में महादेव पवार (68) और उनकी पत्नी आशा (60) भी शामिल हैं, जो सोलापुर जिले के सांगोला के हातिद गांव के रहने वाले थे। पवार दंपति 15 साल पहले सांगोला छोड़कर गुजरात में बस गए थे और वे अपने बेटे से मिलने लंदन जा रहे थे। विमान में सवार यात्री यशा कामदार मोधा (32), नागपुर के व्यवसायी मनीष कामदार की बेटी थीं। वह अपने बेटे रुद्र व सास रक्षाबेन के साथ लंदन जा रही थीं और तीनों की दुर्घटना में मृत्यु हो गई। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour