पीएम मोदी बोले- भारत 500 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता के लक्ष्य की ओर अग्रसर

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 5 सितम्बर 2024 (17:07 IST)
Prime Minister Modi's statement on renewable energy capacity in the country : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि गति और पैमाने के साथ किए गए कार्यों से भारत को पिछले 10 साल में अपनी सौर ऊर्जा क्षमता 32 गुना बढ़ाने में मदद मिली है। इसके साथ देश 2030 तक 500 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता के अपने लक्ष्य को हासिल करने करने की दिशा में बढ़ रहा है।
 
प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय सौर महोत्सव में अपने वीडियो संदेश में कहा कि देश ने पिछले कुछ साल में हरित ऊर्जा के क्षेत्र में कई बड़े कदम उठाए हैं। हम नवीकरणीय ऊर्जा में पेरिस प्रतिबद्धताओं को हासिल करने वाले जी-20 में पहला देश थे। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि के कारण यह संभव हो पाया है।
ALSO READ: रूस और यूक्रेन के बीच मध्‍यस्थता कर सकते हैं नरेंद्र मोदी
मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में हमारी सौर ऊर्जा क्षमता 32 गुना बढ़ गई है। यह गति और पैमाना हमें 2030 तक 500 गीगावॉट (1 गीगावॉट बराबर 1,000 मेगावॉट) हरित ऊर्जा क्षमता हासिल करने में भी मदद करेगा। मोदी ने यह भी सुझाव दिया कि हरित ऊर्जा निवेश में असंतुलन को दूर करने की भी जरूरत है।
 
उन्होंने कहा कि विकासशील देशों की मदद के लिए विनिर्माण और प्रौद्योगिकी को लोकतांत्रिक बनाने की जरूरत है, अल्प विकसित देशों और छोटे द्वीपीय विकासशील देशों को सशक्त बनाना सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। मोदी ने कहा कि सौर परिवेश के विकास के लिए हाशिए पर रहने वाले समुदायों और युवाओं को शामिल करना महत्वपूर्ण है।
ALSO READ: पीएम नरेंद्र मोदी के बयान के बाद दहशत में पाकिस्‍तान, बॉर्डर पर तैनात किया अतिरिक्‍त फोर्स
सौर ऊर्जा के महत्व को समझाने के लिए वेदों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वेदों की रचना हजारों साल पहले की गई थी। वेदों के सबसे लोकप्रिय मंत्रों में से एक सूर्य के बारे में है। आज भी लाखों भारतीय रोजाना इसका जाप करते हैं। दुनियाभर में कई संस्कृतियां अपने तरीके से सूर्य की अराधना करती हैं। ज्यादातर क्षेत्रों में सूर्य से संबंधित त्योहार भी मनाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय सौर महोत्सव सूर्य के प्रभाव का जश्न मनाने के लिए पूरी दुनिया को एकसाथ लाता है। यह एक ऐसा महोत्सव है, जो हमारी पृथ्वी को एक बेहतर ग्रह बनाने में मदद करेगा।
 
अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) का 2 दिन का अंतरराष्ट्रीय सौर महोत्सव गुरुवार को यहां शुरू हुआ। मोदी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) 2015 में एक छोटे से रूप में शुरू हुआ था। यह उम्मीद और आकांक्षा का क्षण था। आज यह नीति और कार्रवाई को प्रेरित करने वाले एक विशाल वृक्ष के रूप में विकसित हो रहा है। इतने कम समय में आईएसए के सदस्यों की संख्या 100 देशों तक पहुंच गई है।
ALSO READ: नरेंद्र मोदी से बोले जेलेंस्की, पुतिन आपका सम्मान नहीं करते
प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके अतिरिक्त 19 और देश पूर्ण सदस्यता प्राप्त करने के लिए समझौते की रूपरेखा का अनुमोदन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 'एक विश्व, एक सूर्य, एक ग्रिड' के विचार को वास्तविक रूप देने के लिए इस संगठन का विकास महत्वपूर्ण है।
<

My remarks during the First International Solar Festival.https://t.co/8Bm6lX4YS6

— Narendra Modi (@narendramodi) September 5, 2024 >
इस मौके पर केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि हम हजारों साल पहले महाभारत और रामायण काल ​​के दौरान सूर्य की पूजा करते थे। आईएसए असेंबली के अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी संभाल रहे जोशी ने कहा कि आज भी करोड़ों भारतीय अपने दिन की शुरुआत सूर्य नमस्कार से करते हैं। हम सौर ऊर्जा में तकनीकी और नीतिगत प्रगति के माध्यम से अपने प्राचीन ज्ञान को लागू कर रहे हैं।
ALSO READ: नरेंद्र मोदी क्या गठबंधन सरकार चला पाएंगे?
जोशी ने कहा कि भारत का प्रति व्यक्ति कार्बन उत्सर्जन दुनिया में सबसे कम है। इसके बावजूद हम सक्रिय रूप से अपने कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए हरसंभव कदम उठा रहे हैं। आज भी दुनियाभर में 67.5 करोड़ से अधिक लोग बिजली से वंचित हैं जबकि इससे दोगुने लोगों तक भरोसेमंद बिजली की पहुंच नहीं है।
 
जोशी ने कहा कि इसीलिए ऊर्जा पहुंच सुनिश्चित करना भी एक प्राथमिकता है। ऐसे में हमें नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों की ओर आगे बढ़ते हुए हुए धीरे-धीरे बदलाव करना होगा। उन्होंने बताया कि देश में स्थापित सौर ऊर्जा क्षमता 87.2 गीगावॉट से अधिक है। इसमें ग्रिड से जुड़ी परियोजनाएं 87 प्रतिशत और छत पर सौर ऊर्जा संयंत्र 13 प्रतिशत से अधिक है। सोलरएक्स स्टार्टअप चैलेंज सदस्य देशों के सौर ऊर्जा क्षेत्र के सामने आने वाली चुनौतियों का लागत प्रभावी समाधान की सुविधा प्रदान करता है।
ALSO READ: राज्यसभा में भाजपा ने की पीएम मोदी की सराहना, हरित ऊर्जा क्षेत्र के योगदान का किया उल्लेख
जोशी ने कहा कि सोलरएक्स के माध्यम से हमारा लक्ष्य सफल सौर परियोजनाओं और समाधान का समर्थन करना है। हमने अफ्रीका और एशिया के लिए ऐसा किया है और आगे चलकर अन्य क्षेत्रों में भी कदम बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र के निवेश को लेकर गारंटी व्यवस्था उत्कृष्ट माध्यम है और मुझे यह देखकर खुशी हुई कि आईएसए वित्तीय संस्थानों के साथ मिलकर अफ्रीका में हमारे सदस्य देशों को सस्ते वित्त के माध्यम से ऐसी गारंटी प्रदान कर रहा है।
 
उन्होंने कहा कि दुनिया के दूरदराज क्षेत्रों में व्यावहारिक सौर परियोजनाओं को आगे बढ़ाने को लेकर निवेश अंतर को पाटने के लिए एक वैश्विक सौर सुविधा भी स्थापित की गई है। मंत्री ने सुझाव दिया कि सभी आईएसए सदस्यों और हस्ताक्षरकर्ताओं को निवेशकों के भरोसे को मजबूत करने और सौर ऊर्जा में निरंतर विकास के लिए क्षमता बढ़ाने को लेकर एकसाथ आना चाहिए।(भाषा)
Edited by : Chetan Gour

सम्बंधित जानकारी

अगला लेख