पुलवामा हमले में NIA को मिली बड़ी सफलता, हमलावर को पनाह देने वाला जैश का आतंकी गिरफ्तार
शुक्रवार, 28 फ़रवरी 2020 (21:30 IST)
नई दिल्ली। म्मू-कश्मीर के पुलवामा हमला मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को शुक्रवार को उस समय एक बड़ी सफलता हाथ लगी जब इसने आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले पर फिदायीन हमले की योजना बनाने में मदद करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
एनआईए के अनुसार गिरफ्तार आतंकवादी शाकिर बशीर माग्रे (22) पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद का आतंकवादी है। एनआईए के अनुसार पुलवामा के काकापोरा इलाके में शाकिर की एक फर्नीचर की दुकान है। उसने आत्मघाती हमलावर आदिल को कथित तौर पर आश्रय और अन्य रसद सहायता प्रदान की थी।
2018 के मध्य में पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद उमर फारूक ने शाकिर को आदिल से मिलवाया था। फारूक ने ही शाकिर को जैश के सक्रिय जमीनी कार्यकर्ता के रूप में भर्ती किया था।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष 14 फरवरी को पुलवामा में हुए इस आतंकवादी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवान शहीद हो गए थे।
एनआईए ने एक बयान में कहा कि प्रारंभिक पूछताछ के दौरान शाकिर ने खुलासा किया है कि उसने पुलवामा हमले में शामिल आतंकवादियों और जैश आतंकवादियों के लिए कई मौकों पर हथियार, गोला-बारूद, नकदी और विस्फोटक सामग्री एकत्र की और उनके बीच वितरित किए।
जांच एजेंसी ने कहा कि उसने पूछताछ के दौरान यह भी खुलासा किया कि उसने वर्ष 2018 के अंत से फरवरी 2019 (हमले के दिन) तक आदिल अहमद डार और पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद उमर फारुक को न केवल अपने घर शरण दी थी बल्कि आईईडी तैयार करने में उनकी सहायता भी की थी।
एनआईए के अनुसार शाकिर की दुकान लेथपोरा पुल के पास स्थित है और मोहम्मद उमर की सलाह के अनुसार, उसने जनवरी 2019 में जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर सीआरपीएफ के काफिले के आवागमन की टोह लेनी शुरू की। साथ ही मोहम्मद उमर और आदिल को इसके बारे में सूचित भी किया। इसके अलावा शाकिर मारुति ईको कार में बदलाव करने और फरवरी 2019 की शुरुआत में इसमें आईईडी फिट करने में भी शामिल था।
जांच एजेंसी ने कहा कि हमले में इस्तेमाल किए गए विस्फोटक अमोनियम नाइट्रेट, नाइट्रो-ग्लिसरीन और आरडीएक्स थे जिनकी पुष्टि फॉरेंसिक जांच के माध्यम से हो सकी और यह भी पता चला कि आत्मघाती हमलावर आदिल था जिसका डीएनए उसके पिता से मेल खाता है।
एनआईए ने कहा कि हमले में शामिल अन्य प्रमुख आतंकवादियों में दक्षिण कश्मीर का जैश का मंडलीय कमांडर मुदासिर अहमद खान शामिल था, जो पिछले साल 11 मार्च को सुरक्षा बलों के एक अभियान में मारा गया जबकि दो पाकिस्तानी आतंकवादी मुहम्मद उमर फारूक और आईईडी विशेषज्ञ कामरान 2 मार्च को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे।
मारुति इको कार के मालिक सज्जाद अहमद भट को पिछले साल 16 जून को मार गिराया गया था जबकि कश्मीर के जैश कमांडर कारी यासिर को इस साल 25 जनवरी को मार गिराया गया।
जांच एजेंसी ने आगे कहा कि शाकिर को आज जम्मू में एनआईए की विशेष अदालत में पेश किया गया और उसकी विस्तृत पूछताछ के लिए 15 दिनों के लिए एनआईए की हिरासत के लिए रिमांड पर लिया गया।