एक वर्ष पूर्व पुलवामा में आतंकवादी हमले में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हुए श्योराम गुर्जर अंतिम संस्कार में आए राज्य सरकार के मंत्रियों ने अन्य घोषणाओं के साथ शहीद की विधवा पत्नी को नौकरी देने की घोषणा भी की थी, लेकिन उनका लाभ अभी तक वीरांगना नहीं मिल पाया है।
शहीद की वीरांगना सुनीता देवी ने बताया कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा दिए जाने वाला पैकेज तो मिल चुका है। लेकिन शहीद के नाम से गांव के स्कूल का नामकरण, शहीद स्मारक का निर्माण, शहीद के घर तक सड़क आज तक नहीं बन पाई है। वहीं शहीद की मां सारली देवी और सुनिता देवी का रोडवेज बसों में नि:शुल्क यात्रा करने का कार्ड भी अभी तक नहीं बन पाया है।
शहीद की पत्नी सुनीता देवी बीए, बीएड तक शिक्षित हैं। उन्होंने सैनिक कल्याण बोर्ड में अपने सभी शैक्षणिक दस्तावेज जमा करवा रखे हैं, लेकिन राज्य सरकार ने अभी तक उनको सरकारी नौकरी प्रदान नहीं की है।