उन्होंने बताया कि सीबीआई द्वारा दो सप्ताह से हिरासत में रखे गए बौरी से पूछताछ के बाद यह साफ हो गया कि उसे पूरे मामले की जानकारी थी और यह भी पता था कि चोरी में कौन लोग शामिल थे। अधिकारी ने बताया कि बौरी ग्राम पंचायत प्रधान रह चुका है और उसने चोरी में शामिल लोगों को राज्य से भागने में मदद की थी।