नई दिल्ली। दिल्ली के विधायक राघव चड्ढा ने रविवार को दावा किया कि उत्तराखंड और गुजरात में आम आदमी पार्टी (AAP) से चुनौती मिलने के बाद भाजपा को दोनों राज्यों में मुख्यमंत्री बदलने के लिए 'मजबूर' होना पड़ा।
आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता चड्ढा ने कांग्रेस की भी आलोचना करते हुए इसे 'निष्प्रभावी, समझौता करने वाला और नाकाम विपक्षी दल' करार दिया। चड्ढा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आप ने भाजपा को 'करो या मरो' की चुनौती दी, जिससे कारण भाजपा दोनों राज्यों में अपने मुख्यमंत्री को बदलने के लिए मजबूर हो गई। आप और अरविंद केजरीवाल की यही ताकत है। मैं कहना चाहता हूं कि 'नेमप्लेट' बदलने से उत्तराखंड और गुजरात के लोगों में आपके (भाजपा) प्रति जो गुस्सा और आक्रोश है, वह नहीं बदलेगा।
चड्ढ़ा ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस द्वारा 'म्यूजिकल चेयर का सुविधाजनक खेल' खेला जा रहा है, जिसमें वे 5-5 साल तक शासन करते हैं। उन्होंने कहा कि जब एक पार्टी सत्ता में होती है, तो दूसरी पार्टी बाहर से मदद करती है। इन दलों में एक सहमति है, जिसके परिणामस्वरूप उत्तराखंड और गुजरात दोनों में एक मजबूत विपक्ष और एक मजबूत सरकार नहीं है।
इस साल की शुरुआत में हुए सूरत नगर निगम चुनावों के बारे में बात करते हुए चड्ढा ने कहा कि आम आदमी पार्टी, भाजपा को उसके गढ़ में चुनौती दे रही है। राजेंद्र नगर से विधायक ने कहा कि गुजरात भाजपा का गढ़ है, जिस राज्य से देश के दो सबसे ताकतवर नेता आते हैं, जिस राज्य में भाजपा 27 साल से राज कर रही है, उसे अब आम आदमी पार्टी से चुनौती मिल रही है।(भाषा)