गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए ट्वीट किया- 'अगले 50 वर्षों में भारतीय करदाताओं को 'श्रीमान् 56' के मित्र के संयुक्त उपक्रम को 36 राफेल विमानों के रखरखाव के लिए 1,00,000 करोड़ रुपए का भुगतान करना होगा।'
उन्होंने निजी कंपनी से संबंधित कुछ दस्तावेज शेयर करते हुए कहा कि रक्षामंत्री (निर्मला सीतारमण) हमेशा की तरह संवाददाता सम्मेलन को संबांधित करेंगी और इससे इंकार करेंगी, परंतु मैं जो दस्तावेज प्रस्तुत कर रहा हूं उसमें यह तथ्य मौजूद है। उधर कांग्रेस नेता शक्तिसिंह गोहिल ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा कि इसमें बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है और जिस कंपनी को काली सूची में डालना चाहिए, उसे इतना बड़ा कांट्रेक्ट दिया गया है।
कांग्रेस और राहुल गांधी राफेल डील में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मोदी सरकार पर लगातार हमले कर रहे हैं। कांग्रेस ने इसी मामले में प्रधानमंत्री मोदी और रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के खिलाफ लोकसभा में विशेषाधिकार हनन का नोटिस दे रखा है। पार्टी का आरोप है कि राफेल विमानों की कीमत बताने के संदर्भ में मोदी और सीतारमण ने सदन को गुमराह किया है। (भाषा)