भाजपा के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि गांधी देश को बांटने का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें बताना चाहिए कि उनकी पार्टी ने किसे नहीं बांटा। स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के लिए भी लोगों को बांट दिया। एक वोट की खातिर कांग्रेस ने देश को धर्म और जाति के नाम पर बांटा और अब उस पार्टी के अध्यक्ष अंग्रेजों के दरवाजे पर जा कर कह रहे हैं कि सरकार ने देश को बांटने का किया है।
त्रिवेदी ने जर्मनी में गांधी के भाषणों की विषयवस्तु पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि गांधी विदेश जाकर भारत को लांछित कर रहे हैं। अगर वह उस कांग्रेस का नेतृत्व कर रहे हैं जिसमें चक्रवती राजगोपालाचारी, सरदार वल्लभ भाई पटेल, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, डॉ. राधाकृष्णन थे, तो वह उस पार्टी के नेता बनने योग्य नहीं हैं। उन्होंने कहा कि नासमझ, नादान नेता पार्टी को जिस मुकाम पर पहुंचा चुका है, उसी मुकाम पर देश को पहुंचाना चाहता है।
त्रिवेदी ने यूरोपीय इतिहास एवं अंग्रेजी साहित्य में प्रचलित एक कहावत उद्धृत की और कहा कि उसी कहावत के आधार पर कह सकते हैं कि 'राहुल गांधी इज वाइज़ेस्ट फूल इन कांग्रेसडम'। उन्होंने कहा कि पहले गांधी विदेश जाते थे तो उसे गुप्त रखा जाता था और कहा जाता था कि वह ज्ञान-ध्यान के लिए गया। लेकिन इस बार आधिकारिक यात्रा पर विदेश गए हैं और गजब का ज्ञान बांट रहे हैं।
इसी प्रकार से 11 सितंबर को आतंकवादी हमला करने वाले उच्च शिक्षित पेशेवर थे, जिन्हें पैसे की कोई कमी नहीं थी। उन्हें समझ ही नहीं है कि आतंकवाद विचारधारा की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि गांधी या तो नासमझ हैं या ऐसे समझदार हैं कि समझना ही नहीं चाहते हैं।