गांधी ने ट्वीट कर कहा कि उच्चतम न्यायालय में मोदीजी ने मानी अपनी चोरी। हलफ़नामे में माना कि उन्होंने वायुसेना से पूछे बिना कांट्रैक्ट बदला और 30000 करोड़ रुपए अंबानी की जेब में डाले। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त...।
दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी पिछले कई महीनों से यह आरोप लगाते आ रहे हैं कि मोदी सरकार ने फ्रांस की कंपनी दसाल्ट से 36 राफेल लड़ाकू विमान की खरीद का जो सौदा किया है, उसका मूल्य पूर्ववर्ती यूपीए सरकार में विमानों की दर को लेकर बनी सहमति की तुलना में बहुत अधिक है। इससे सरकारी खजाने को हजारों करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।