राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को पार्टी की हरियाणा इकाई के नेताओं के साथ बैठक को संबोधित करते हुए ये बातें तब कहीं, जब नेताओं ने उनसे अपना इस्तीफा वापस लेने और पार्टी का नेतृत्व जारी रखने का अनुरोध किया।
उन्होंने कहा, ‘मैंने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए और जवाबदेही सुनिश्चित करते हुए इस्तीफा दिया है। मैं दूसरों को भी इस्तीफा देन के लिए नहीं कह सकता। यह उन पर है कि वे अपनी जिम्मेदारी लेना चाहते हैं कि नहीं।' उन्होंने कहा कि इस फैसले से वापस हटने का कोई सवाल नहीं उठता।
आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर पार्टी की रणनीति के बारे में पूछे जाने पर राहुल ने नेताओं को स्पष्ट तौर पर कहा कि इस बारे में वे आपस में ही चर्चा करें, जिससे राज्य की इकाई विचित्र स्थिति में फंस गयी। बहरहाल, बैठक में आम चुनाव में खराब प्रदर्शन की वजहों और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की गई।
सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में राज्य प्रभारी गुलाम नबी आजाद, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा, प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर, पूर्व सांसद दीपेंद्र हुड्डा, हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय सिंह यादव और कई अन्य नेता शामिल हुए। सूत्रों का कहना है कि अब गांधी 29 जून को महाराष्ट्र इकाई के नेताओं के साथ बैठक कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक गांधी जल्द ही दिल्ली कांग्रेस के नेताओं से भी मुलाकात कर सकते हैं। दरअसल, इन राज्यों में अगले कुछ महीनों के भीतर विधानसभा चुनाव होने हैं। (भाषा)