उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को खुद मणिपुर आ कर प्रदेशवासियों की तकलीफ़ सुनने के साथ ही शांति की अपील करनी चाहिए।मणिपुर में हिंसा शुरू होने के बाद, मैं तीसरी बार यहां आ चुका हूं, मगर अफसोस स्थिति में कोई सुधार नहीं है - आज भी प्रदेश दो टुकड़ों में बंटा हुआ है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 11, 2024
घर जल रहे हैं, मासूम ज़िंदगियां खतरे में हैं और हज़ारों परिवार relief camp में जीवन काटने पर मजबूर हैं।
प्रधानमंत्री को मणिपुर खुद… pic.twitter.com/8EaJ2Tn6v8