लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि यह अभयमुद्रा है। आत्मविश्वास, शक्ति और निर्भयता कौशल से, अंगूठे से आती है। ये लोग इसके खिलाफ हैं। जिस तरह से द्रोणाचार्य ने एकलव्य का अंगूठा काट दिया था, आप पूरे देश का अंगूठा काटने में व्यस्त हैं... जब आप धारावी को अडानी को सौंपते हैं, तो आप उद्यमियों, छोटे और मध्यम व्यवसायों के अंगूठे काट देते हैं। जब आप भारत के बंदरगाहों, हवाई अड्डों और रक्षा उद्योग को अडानी को सौंपते हैं, तो आप भारत के उन सभी निष्पक्ष व्यापारियों के अंगूठे काट देते हैं जो ईमानदारी से काम करते हैं।
राहुल ने कहा कि जैसे द्रोणाचार्य ने एकलव्य का अंगूठा काटा वैसे ही आप हिंदुस्तान के युवाओं का अंगूठा काटते हो। देश का अंगूठा काटने की कोशिश हो रही है। अडाणी को धारावी देकर नवउद्यमियों का अंगूठा काटा गया। एमएसपी पर किसानों का अंगूठा काटा गया। अग्निवीर, पेपरलीक से युवाओं का अंगूठा काटा गया। हम कहते हैं आप डरो मत, आप कहते हैं अंगूठा काट देंगे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हाथरस के गुनहगार खुले आम घूम रहे हैं। पीड़ित परिवार घर में कैद हैं। परिवार ने बताया कि बेटी का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में संविधान लागू नहीं हो रहा, मनुस्मृति को लागू किया जा रहा है।
राहुल गांधी ने कहा कि अंबेडकर जी ने कहा था - अगर राजनीतिक समानता है लेकिन सामाजिक और आर्थिक समानता नहीं है, तो राजनीतिक समानता नष्ट हो जाएगी, ये अंबेडकर जी के शब्द हैं। आज ये सबके सामने है। राजनीतिक समानता खत्म हो गई है। भारत की सभी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया गया है, सामाजिक समानता नहीं है, आर्थिक समानता नहीं है, इसलिए हमारा अगला कदम जाति जनगणना होगी।