उन्होंने हैशटैग टैक्सएक्सटोर्शन (जबरन कर वसूली) का इस्तेमाल करते हुए ट्वीट किया, 'एक तरफ जनता को ऋण लेने के लिए उकसा रहे हैं, दूसरी तरफ कर वसूली से अंधाधुंध कमा रहे हैं। सरकार है या पुरानी हिंदी फिल्म का लालची साहूकार?'
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में जानकारी दी कि वित्त वर्ष 2020-21 में पेट्रोल एवं डीजल पर उत्पाद शुल्क का संग्रह बढ़कर 3.35 लाख करोड़ रुपए हो गया जो इससे एक साल पहले 1.78 लाख करोड़ रुपए था। 2018-19 में पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क के जरिए 2.13 लाख करोड़ रुपए के राजस्व का संग्रह हुआ था।