गांधी ने शुक्रवार को एक ट्वीट कर कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि जिन महिलाओं को अपनी बात कहने का कोई मौका नहीं मिल रहा था अथवा मीडिया में उन्हें जगह नहीं मिल रही थी, अब यह अंतर कम हो रहा है। परिवर्तन लाने के लिए सच को जोर से तथा स्पष्टता से सुना जाना चाहिए।
गौरतलब है कि विदेशों में महिलाओं ने इस अभियान के जरिए अपने साथ हुए शारीरिक उत्पीड़न की बातें खुलकर की हैं और यह लहर भारत में भी आ गई है, जहां अनेक महिलाओं ने अपने साथ हुई शारीरिक ज्यादतियों को उजागर किया है।
बॉलीवुड में मी टू कैम्पेन की शुरुआत तनुश्री दत्ता ने की थी और उन्होंने नाना पाटेकर पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इसके बाद फिल्मकार विकास बहल, रजत कपूर, चेतन भगत, कैलाश खेर, साजिद खान, सुभाष घई भी इन आरोपों से अछूते नहीं रहे हैं। 1990 के दशक के टीवी शो 'तारा' की राइटर-प्रोड्यूसर ने 'संस्कारी अभिनेता' आलोक नाथ पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। (वार्ता)