राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा गुरुवार को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित किए जाने के बाद संसद भवन परिसर में सिंह ने कहा, 'राष्ट्रपति महोदय जब अगले पांच साल के लिए देश के विकास का रोडमैप पेश कर रहे हों तब कोई सांसद, जो खुद को गंभीर नेता कहता है, और वह गंभीर न हो तो इससे बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण और कुछ नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि देश यह देख रहा है कि कौन कितना संजीदा है।'
केन्द्रीय मंत्री आर के सिंह ने राहुल गांधी के रवैये को संसदीय मर्यादाओं के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा, 'मैं इस बारे में कड़े शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहता हूं, लेकिन यह जरूर कहूंगा कि कम से कम प्रत्येक सदस्य को राष्ट्रपति की बात गंभीर होकर सुनना चाहिए। संसदीय आचरण इस बात की अपेक्षा तो करता ही है।
खेर ने कहा, 'अगर आप खुद सम्मान पाना चाहते हैं तो आपको भी संस्थाओं और उनमें आसीन व्यक्तियों का सम्मान करना होगा।' उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान राहुल गांधी की नजर मोबाइल फोन पर होने की तस्वीर सामने आई है। सदन के भीतर और बाहर यह चर्चा का विषय रहा। (भाषा)