रेलवे ने त्योहार पर कंफर्म टिकट देने के लिए कमर कसी, चल सकती है अतिरिक्त ट्रेन
सोमवार, 2 नवंबर 2020 (20:20 IST)
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने इस त्योहारी सीजन में सभी यात्रियों को कंफर्म सीट पर उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए कमर कस ली है। रेलवे ने कहा है कि वह आरक्षित टिकटों की प्रतीक्षा सूची पर पैनी नज़र रखे हुए है और जरूरत महसूस होने पर वह अविलंब अतिरिक्त ट्रेन चलाएगी।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विनोद कुमार यादव ने वर्चुअल संवाद में कहा, हम चाहते हैं कि हर कोई सुरक्षित रहे। प्रत्येक यात्री कोविड के प्रोटोकॉल का पालन करे। इस त्योहार के सीजन में रेलवे की तैयारी है कि हर यात्री कंफर्म टिकट पर आरक्षित सीट पर बैठकर अपने गंतव्य जाए। इसके लिए हम अधिक से अधिक गाड़ी चलाएंगे।
कोविड-19 वैश्विक महामारी में यात्री गाड़ियों की स्थिति की जानकारी देते हुए यादव ने कहा कि इस समय 736 विशेष गाड़ियों का परिचालन किया जा रहा है। कोलकाता मेट्रो की 200 सेवाएं चल रहीं हैं। मुंबई में 2276 लोकल सेवाएं चल रही हैं। 21 सितंबर से 20 गाड़ियों को क्लोन ट्रेनों के रूप में चलाया गया। इसके अलावा त्योहार स्पेशल ट्रेनों के रूप में 436 गाड़ियों को चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यात्रियों के लिए चलाई जा रहीं 473 विशेष गाड़ियों की बुकिंग की स्थिति को देखें तो पता चलता है कि 19 गाड़ियों में बुकिंग 30 प्रतिशत है, 44 गाड़ियों में 30 से 50 प्रतिशत के बीच है, 83 गाड़ियों में 50 से 75 प्रतिशत है तथा 327 गाड़ियों में वेटिंग लिस्ट चल रही है।
उन्होंने कहा कि हम इस पर पैनी नज़र रखे हुए हैं। कुछ दिनों की वेटिंग होने पर क्लोन गाड़ियां चला रहे हैं। यदि लगातार वेटिंग लिस्ट बनी हुई है तो अतिरिक्त ट्रेन चला रहे हैं और त्योहार के समय जरूरत देखते रेलवे ने अतिरिक्त गाड़ियों के परिचालन का पूरा इंतजाम कर रखा है जिससे हर यात्री कंफर्म टिकट के साथ अपनी सीट पर बैठकर गंतव्य तक पहुंच सके।
माल वहन के क्षेत्र में रेलवे के प्रदर्शन की सराहना करते हुए उन्होंने बताया कि रेलवे ने इस साल अब तक गत वर्ष की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक ढुलाई की और नौ प्रतिशत अधिक राजस्व अर्जित किया है। एक सवाल पर उन्होंने स्पष्ट किया कि विशेष गाड़ियों में रेलवे 2015 के फार्मूले के अनुसार किराया ले रहा है और कोविड काल में रोगियों एवं विद्यार्थियों को छोड़कर सभी प्रकार की रियायतों को स्थगित किया गया है।
एक सवाल के जवाब में रेलवे बोर्ड के मुखिया ने यह भी बताया कि रेलवे ने मालवहन एवं यात्री परिवहन के आंकड़ों के विस्तृत विश्लेषण एवं कृत्रिम बुद्धिमत्ता के लिए इंटरनेशनल बिजनेस स्कूल के साथ करार किया है। दक्षिण मध्य रेलवे एक आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस और डाटा एनालिटिक्स सेंटर की स्थापना हैदराबाद में करने जा रहा है। इसके अलावा सभी जोनों में एक अधिकारी को चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर के रूप में तैनात किया जा रहा है। ये ट्रेन परिचालन, मालवहन, पीआरएस, संपत्ति प्रबंधन आदि के डाटा के गहन विश्लेषण के लिए उपलब्ध तकनीक एवं तरीकों को अपनाने के बारे में निर्णय लिया करेंगे।
पंजाब एवं राजस्थान में किसानों एवं गुर्जरों के आंदोलन के कारण बाधित यातायात के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि रेलवे राज्य सरकारों के संपर्क में है। कानून व्यवस्था चूंकि राज्यों का विषय है। जैसे ही राज्य बताएंगे कि रेलवे के ट्रैक और स्टेशन परिसर अनधिकृत लोगों से खाली करा लिए गए हैं। रेलवे अपने संरक्षा प्रोटोकाल के अनुसार निरीक्षण एवं मरम्मत करके रेल यातायात शुरू कर देगी।
मुंबई-अहमदाबाद हाईस्पीड रेलवे परियोजना के बारे में यादव ने कहा कि इस परियोजना में अब तक 86 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण हो चुका है। एक माह में यह 95 प्रतिशत हो जाएगा। वापी से वडोदरा के बीच 237 किलोमीटर के ट्रैक के निर्माण के लिए ठेका दिया जा चुका है। इस खंड पर चार स्टेशन- वापी, बिलिमोरा, सूरत एवं भरूच होंगे। इस खंड पर इसी माह से निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।(वार्ता)