उन्होंने कहा कि अगर गुलाम अली का कोई कार्यक्रम सुनने के लिए भारतीय सैनिक अपने हथियार एक किनारे डाल दे तो सोचिए क्या होगा? ठाकरे ने कहा कि तब क्या होगा। क्या सैनिक हमारे नौकर हैं? वे हमारी रक्षा कर रहे हैं। 'पाकिस्तानी कलाकार आतंकवादी नहीं हैं इसलिए उन पर प्रतिबंध लगाने का कोई औचित्य नहीं है', ठाकरे ने इस दलील को मानने से इंकार करते हुए कहा कि अगर वे लोग भले हैं, तो इससे मेरा क्या लेना-देना। मुझे बस वे आतंकवादी दिख रहे हैं, जो हमारे लोगों को मारने आते हैं।
राज ठाकरे ने कहा कि फिल्म उद्योग को बस अपनी फिल्मों से मतलब है। उन्होंने कहा कि लेकिन (एमएस) धोनी पर बनी फिल्म पर पाकिस्तान में प्रतिबंध लगा दिया गया है। क्या भारत में प्रतिभा की कमी है कि हम पड़ोसी देश के कलाकारों को लें। दिलचस्प बात है कि राज और सलमान के बीच अच्छे संबंध हैं एवं वे गणपति उत्सव के दौरान हमेशा अभिनेता के घर जाते हैं।
सलमान ने शुक्रवार को कहा था कि पाकिस्तान के कलाकारों को आतंकवादियों की तरह नहीं देखा जाना चाहिए और कला एवं आतंकवाद का घालमेल नहीं करना चाहिए। उड़ी हमले के बाद इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन ने पाकिस्तान के कलाकारों पर प्रतिबंध लगने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया है। उड़ी हमले में 19 सैनिक मारे गए थे। (भाषा)