राज्यसभा में बुधवार को जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर हुई चर्चा के बाद एक संकल्प सर्वसम्मति से पारित किया गया। इसमें कश्मीर घाटी में अशांति, हिंसा और कर्फ्यू के प्रति गंभीर चिंता जताई गई तथा इन घटनाओं में मारे और घायल हुए लोगों के प्रति संवेदना जताई गई। इसमें प्रतिबद्धता जताई गई है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
गृहमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख को पत्र लिखकर जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर जनमत संग्रह कराये जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को यह नहीं भूलना चाहिए कि जम्मू कश्मीर का कहीं और से हल निकल सकता है। उन्होंने कहा, दुनिया की कोई ताकत हमसे जम्मू कश्मीर को अलग नहीं कर सकती।