उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने 2007-12 तक दो इंजन वाले राफेल विमानों की अच्छी तरह से जांच पड़ताल की थी और उसके आधार पर दो इंजन वाले 126 विमानों की खरीद की निविदा आमंत्रित की थी। मोदी सरकार ने मई 2015 में इसे रद्द कर दिया। कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल किया कि जब मोदी सरकार को राफेल विमान ही खरीदने थो तो उसने 12 दिसंबर 2012 की 126 राफेल विमानों की खरीद से संबंधी निविदा को रद्द ही क्यों किया? (वार्ता)