मोदी ने चुना टकराव का विकल्प : रमेश ने कहा कि उन्होंने (मोदी ने) संसद के बाहर सर्वसम्मति का आह्वान किया, लेकिन संसद के भीतर टकराव का विकल्प चुना। इस बात का कोई सबूत नहीं है कि उनके रुख में कोई बदलाव होने वाला है, लेकिन इस बात के सबूत हैं कि विपक्ष आक्रामक, सक्रिय रहने जा रहा है।
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि हमें उम्मीद है कि सरकार को यह एहसास होगा कि यह गठबंधन सरकार के लिए जनादेश है, यह लोगों को साथ लेकर चलने का जनादेश है और यह उन सभी दलों को सुनने का भी जनादेश है जो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं।
भाजपा ही परजीवी : प्रधानमंत्री मोदी की कांग्रेस को परजीवी पार्टी कहने वाली टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर, रमेश ने भाजपा पर निशाना साधा। उनका कहना था कि केवल एक परजीवी ही उस शब्द का उपयोग कर सकता है। ट्रैक रिकॉर्ड देखें, कैसे क्षेत्रीय दलों को भाजपा ने खा लिया। रमेश ने कहा कि आज, बीजू जनता दल पूरे सत्र के दौरान राज्यसभा में इंडिया गठबंधन के साथ खड़ा रहा। इसलिए अगर कोई परजीवी है, तो वह भाजपा है।
निचले सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर करीब 18 घंटे तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मोदी ने कांग्रेस को परजीवी कांग्रेस करार देते हुए कहा था कि वह क्षेत्रीय दलों का वोट बैंक खा जाती है। रमेश ने यह भी कहा कि भाजपा ने लोकसभा में राहुल गांधी की हिंदू धर्म से जुड़ी टिप्पणी को तोड़ने-मरोड़ने का प्रयास किया, जबकि नेता प्रतिपक्ष ने कहा था कि भाजपा हिंदू धर्म की ठेकेदार नहीं हो सकती।
उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा राहुल गांधी पर बालक बुद्धि कहकर किए गए परोक्ष हमले के बारे में पूछे जाने पर कहा कि यह पता होना चाहिए कि बालक प्रह्लाद ने हिरण्यकश्यप के साथ क्या किया था। कांग्रेस नेता ने यह दावा भी किया कि अग्निपथ योजना को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सदन में झूठ बोला, जबकि राहुल गांधी ने जो कहा उसमें सच्चाई है। (भाषा/वेबदुनिया)