यशवर्धन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि जिस दिन जीजाजी जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) व जिज्जी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) का अग्नि संस्कार किया जा रहा था उसी वक्त मौके का फायदा उठाते हुए भारत सरकार के आदेशानुसार शहडोल (म०प्र०) स्थित हमारे निज निवास के परिसर से बिना भूमि अधिग्रहण किए अवैध रूप से समाधियों को नष्ट कर व पेड़ों को काटकर नेशनल हाईवे का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही हमारे किसी हस्तक्षेप पर स्थानीय पुलिस को भी हमारे खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश जारी किया गया है।
यशवर्धन का आरोप है कि नेशनल हाईवे के निर्माण के लिए जितनी जमीन अधिग्रहण की गई थी उससे ज्यादा जमीन का अधिग्रहण किया गया है। यशवर्धन का आरोप है कि जिस दिन जीजा जी बिपिन रावत और दीदी मधुलिका रावत का दिल्ली में अंतिम संस्कार किया जा रहा था तब स्थानीय अधिकारी ने फोन कर कहा कि अधिकारियों की तरफ से निर्देशित दिया है कि बिना मुआवजा दिए जमीन अधिग्रहण कर लिया जाए। इसके साथ ही यह भी बताया गया कि शहडोल जिले के थाना सोहागपुर के टीआई को इसलिए भी निर्देशित किया गया है कि अगर मैंने विरोध किया तो हम पर कार्रवाई की जाए।
गृहमंत्री ने दिया दखल- इस पूरे मामले पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पूरे मामले पर ट्वीट करते हुए लिखा कि यशोवर्धन जी की सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट मेरे संज्ञान में आई है। मैंने इस विषय में एसपी शहडोल से बातचीत कर निर्देश दिए हैं कि पूरा मामला मेरी जानकारी में लाए बिना पुलिस किसी भी तरह का कोई कदम उनके या उनके परिवार के खिलाफ नहीं उठाए।